हरियाणा सरकार ने उद्योगों के लिए 24 घंटे बिजली देने की योजना बनाई है। प्रदेश में उद्योग के प्रति बेहतर माहौल बनाने के लिए यह अति आवश्यक है। नई नीति के तहत उद्योगों के लिए अलग फीडर बनाए जाएंगे। इस व्यवस्था से खासकर ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे कस्बों में चल रहे उद्योगों को अधिक फायदा मिलेगा। अभी बहुत से ऐसे उद्योग ग्रामीण फीडर से जुड़े हैं और उन्हें 10 घंटे से अधिक बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में यह उद्यमी या तो शहरों की ओर रुख कर रहे थे या फिर नित्य समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा था। इस नीति से उद्यमियों को पर्याप्त बिजली मिलेगी ही, बिजली निगम भी लोड का बेहतर प्रबंधन कर पाएंगे और उस क्षेत्र में लोगों को अवांछित बिजली कट का सामना नहीं करना पड़ेगा। 1 अभी हाल में सरकार ने बड़े उद्योगों को राहत दी थी कि वह दूसरे राज्यों व एजेंसियों के माध्यम से बिजली खरीद सकेंगे। ऐसे में उन्हें न कट का सामना करना पड़ेगा और न लोड शेडिंग की समस्या ङोलनी पड़ेगी। उद्योगों के अनुकूल माहौल बनाने के लिए आवश्यक है कि उन्हें पर्याप्त बिजली के साथ सस्ती बिजली भी मिले, तभी उद्योग आगे बढ़ेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योगों के विस्तार से उन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। खासकर छोटे औद्योगिक इकाइयां रोजगार बढ़ाने में सहायक हो सकती हैं। यहां की आवश्यकता व परिस्थिति के अनुसार उद्योग फलें-फूलें यह माहौल शासन व प्रशासन को बनाना होगा। खासकर कृषि आधारित उद्योगों को तवज्जो दी जा सकती है। साथ ही मोबाइल चिप व दवा उद्योग की भी प्रदेश में पर्याप्त संभावनाएं हैं। आवश्यक है कि सरकार स्थानीय माहौल व संभावनाओं को ध्यान में रखकर जिलावार नीति बनाए। इससे प्रदेश की विकास को पंख लगेंगे और समृद्धि में इजाफा होगा।