रिजर्व बैंक की ओर से दो हजार रुपये के नोट वापस लेने का फैसला प्रत्याशित ही है, क्योंकि एक तो उनके चलन के समय ही कई तरह के प्रश्न उपजे थे और दूसरे, उनका प्रचलन लगातार कम होता जा रहा था। इस सबके अतिरिक्त बार-बार यह भी कहा जा रहा था कि दो हजार के नोट काले धन छिपाने का जरिया बने हुए हैं। इस धारणा को पूरी तौर पर निराधार भी नहीं कहा जा सकता।

कायदे से दो हजार रुपये के नोट चलन में लाए ही नहीं जाने चाहिए थे, लेकिन नोटबंदी के बाद बाजार में यथाशीघ्र मुद्रा का प्रवाह करना भी आवश्यक था। इसमें संदेह नहीं कि इसमें दो हजार रुपये के नोट सहायक बने। एक तरह से वे मजबूरी में लाए गए थे। यह अच्छा हुआ कि इस मजबूरी से मुक्त होने का फैसला किया गया। ऐसे किसी फैसले के आसार तभी उभर आए थे, जब यह खबर आई थी कि दो हजार के नोटों की छपाई बंद कर दी गई है। इसके बाद तो संसद में भी दो हजार के नोट बंद करने की मांग उठी थी।

हालांकि कई विपक्षी दलों को रिजर्व बैंक का फैसला रास नहीं आया, लेकिन उनकी ओर से यह जो आशंका व्यक्त की जा रही है कि इससे लोगों को परेशानी हो सकती है या फिर अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, वह निराधार ही अधिक है। दो हजार रुपये के नोट को चलन से बाहर करने के फैसले से यदि किसी को परेशानी होने वाली है तो काला धन छिपाने वालों को। ऐसे लोगों को परेशान होना ही चाहिए।

दो हजार रुपये के नोटों को वापस लेने के रिजर्व बैंक के फैसले के बाद सरकार इस वर्ष सितबंर के बाद इन नोटों के भविष्य को लेकर फैसला करेगी। फिलहाल आसार इसी के हैं कि दो हजार के नोटों को हमेशा के लिए चलन से बाहर करने का फैसला लिया जा सकता है। जो भी हो, रिजर्व बैंक के ताजा फैसले को नोटबंदी की संज्ञा देना उचित नहीं होगा, क्योंकि लोग 30 सितंबर तक एक बार में 20 हजार मूल्य के दो हजार रुपये के नोट बदल सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें ग्राहकों के खातों में जमा भी किया जा सकता है।

इस सुविधा के बाद भी दो हजार के नोट को भविष्य को लेकर जो भी फैसला लिया जाए, वह ठोक- बजाकर लिया जाना चाहिए। भविष्य में किसी तरह के संशय के लिए कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। जैसे नोटबंदी जैसे फैसले बार-बार नहीं लिए जा सकते, वैसे ही किसी राशि के नोटों को चलन से बाहर करने का फैसला भी। बार-बार लिए जाने वाले ऐसे फैसले मुद्रा के प्रति लोगों को भरोसे को कम करते हैं। अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए यह भी आवश्यक होता है कि मुद्रा के भविष्य को लेकर किसी तरह की दुविधा न रहे।