नई दिल्ली में हाल में हुए एक टेस्ट मैच के दौरान प्रदूषण के चलते श्रीलंकाई खिलाडिय़ों के मास्क पहन कर मैदान में उतरने को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे देश के लिए शर्मनाक बताते हुए केंद्र पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि राजधानी दिल्ली राजनीति के साथ-साथ वायु प्रदूषण की चपेट में है। अब अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट ने कोलकाता को भी दिल्ली के समानांतर खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता के पार्क स्ट्रीट इलाके में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 का स्तर मंगलवार को दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके के प्रदूषण के स्तर को भी पार कर गया था। पर्यावरणविद् इस पर चिंता जता रहे हैं। ऐसे में अब सुश्री बनर्जी कोलकाता को लेकर क्या कहेंगी? आज हमारे देश में ही नहीं पूरे विश्व के लिए पर्यावरण प्रदूषण भयंकर समस्या बनी हुई है। जिस तरह से शहरीकरण से पेड़-पौधे कम हो रहे हैं। वाहनों की संख्या बढ़ रही है उससे प्रदूषण बढऩा लाजिमी है। प्रदूषण बढऩे के लिए सिर्फ सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। इसके लिए शहर में रहने वाले लोग भी समान रूप से जिम्मेवार हैं। कोलकाता के अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट पर उपलब्ध रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदूषण को मापने के सूचकांक प्रदूषक तत्व पीएम का स्तर दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में मंगलवार दोपहर से शाम छह बजे के बीच धूलकण का परिमाण प्रति घनमीटर 292 से 189 माइक्रोग्राम के बीच था। यहां पार्क स्ट्रीट में इस दौरान प्रदूषण का स्तर 272 से 288 माइक्रोग्र्राम के बीच पाया गया। यह रिपोर्ट हम सभी को चिंतित करने वाला है। क्योंकि, यह बहुत की खतरनाक स्थिति है। पर्यावरणविद् भी इससे काफी चिंतित हैं और उन मानना है कि प्रदूषण के खतरनाक स्तर का मुख्य कारण डीजल वाहन है। सरकार को पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तत्काल डीजल वाहनों को लेकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो दिन प्रतिदिन स्थिति खराब होती जाएगी। हालांकि पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि रिपोर्ट में केवल एक क्षेत्र की बात की गई और यह पूरी तस्वीर पेश नहीं करती। क्या महानगर के किसी एक क्षेत्र में हवा अधिक प्रदूषित है तो उसे सुधारने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाया जाना चाहिए? राज्य के पर्यावरण मंत्री का कहना है कि सरकार प्रदूषण कम करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है।
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(हाईलाइटर::: अब अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की वायु गुणवत्ता रिपोर्ट ने कोलकाता को भी दिल्ली के समानांतर खड़ा कर दिया है।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]