सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों के भीषण हमले के बाद कच्चे तेल के दामों में आया उछाल यही बताता है कि पश्चिम एशिया के विभिन्न देशों के बीच का टकराव किस तरह इस क्षेत्र के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए खतरा बनता है। हालांकि सऊदी अरब की इस घोषणा के बाद कच्चे तेल के दामों की बढ़त थमती दिख रही है कि बहुत जल्द तेल का उत्पादन पहले की ही तरह होने लगेगा, लेकिन इसके बावजूद ईरान के खिलाफ अमेरिका के तीखे तेवर दुनिया को चिंतित करने वाले हैैं। जहां सऊदी अरब को यह संदेह भर है कि हाउती विद्रोहियों के ड्रोन हमले के पीछे ईरान का हाथ है वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति साफ तौर पर कह रहे हैैं कि यह हमला ईरान की ही कारस्तानी है।

पता नहीं सच क्या है, लेकिन यह ठीक नहीं कि अमेरिका ईरान की घेरेबंदी करने के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा है। हालांकि ईरान के रुख-रवैये की सराहना नहीं की जा सकती, लेकिन कुछ समय पहले अमेरिका ने उसके साथ की गई परमाणु संधि को जिस तरह रद किया उससे यही साबित हुआ कि सऊदी अरब को खुश करने के फेर में वह पश्चिम एशिया को संकट में डालने का भी काम कर सकता है।

अमेरिका को यह आभास होना चाहिए कि उसकी नीतियों से पश्चिम एशिया पहले ही तमाम मुश्किलों से घिर चुका है। इराक और फिर सीरिया की जो तबाही हुई उसके लिए एक बड़ी हद तक अमेरिका की मनमानी नीतियां ही जिम्मेदार हैैं। मुश्किल यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बिना सोच-समझे कदम उठाने, उन्हें बीच में रोक देने या फिर पीछे हटने की अपनी आदत का परित्याग नहीं कर रहे हैैं। ऐसा करके वह दुनिया के लिए संकट ही पैदा कर रहे हैैं और वह भी ऐसे समय जब वैश्विक अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं। चूंकि पश्चिम एशिया तेल बहुल क्षेत्र है इसलिए वहां जब भी अशांति उत्पन्न होती है वह दुनिया भर को प्रभावित करती है।

सबसे अधिक प्रभावित होते हैैं भारत सरीखे वे देश जो पेट्रोलियम पदार्थों की अपनी मांग को पूरा करने के लिए पश्चिम एशिया पर निर्भर हैैं। भारत कच्चे तेल की अपनी जरूरत का 83 फीसदी आयात करता है। कुछ समय पहले तक भारत इराक और सऊदी अरब के अलावा ईरान से बड़ी मात्रा में तेल का आयात करता था, लेकिन अमेरिका की ओर से ईरान पर पाबंदी लगाने के बाद भारत को न चाहते हुए भी उससे तेल खरीदना बंद करना पड़ा। भारत को अमेरिका के समक्ष यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह उसकी ऊर्जा जरूरतों की परवाह करके ही अपने मित्रता धर्म का निर्वाह कर सकता है।