पंजाब में सरकारी विभागों में नौकरी के नाम पर ठगी करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। आए दिन कोई न कोई ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आता ही रहता है। कभी पुलिस विभाग में नौकरी के नाम पर ठगी होती है तो कभी कहीं किसी के पास फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़े जा रहे हैं। अभी हाल ही में पंजाब के आबकारी एवं कराधान विभाग में नौकरी के नाम पर मोगा में एक व्यक्ति ने लाखों रूपये ठग लिए। दसवीं फेल व्यक्ति को विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र भेज दिया। दस्तावेज भी ठग ने दस्ती नहीं दिए बल्कि विश्वास दिलाने के लिए बकायदा डाक के माध्यम से भेजे। जब परिवार ने दस्तावेजों की सत्यता के लिए विभाग में जाकर अपने जानकारों से संपर्क साधा तो पता चला कि सब कुछ जाली था। हालांकि पुलिस ने शिकायत मिलते ही आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। यह राज्य में कोई नया मामला नहीं है। इससे पूर्व भ्रष्टाचार व अपराध पर अंकुश लगाने वाले पुलिस विभाग में भी ऐसा ही फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है।

इस मामले में भी युवाओं को लाखों रूपये लेकर बकायदा नियुक्ति पत्र दे दिए गए थे और ज्वाइनिंग की तारीख भी बता दी गई थी। परंतु जब युवा ज्वाइन करने के लिए पहुंचे तो उन्हें सारे फर्जीवाड़े का पता चला। लेकिन यहां पर सवाल यह भी उठता है कि कहीं न कहीं ऐसे फर्जी तरीके से कुछ लोग नौकरी हासिल करने में कामयाब भी होते होंगे तभी तो ऐसा फर्जीवाड़ा करने वालों के झांसे में अन्य लोग आ रहे हैं। कहीं न कहीं इस गोरधंधे में अधिकारियों की शमूलियत भी लगती है जिनके दम पर अराजक तत्व लोगों को अपने झांसे में लेते हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह ठगी करने वाले ऐसे लोगों से गहन पूछताछ करे। यह भी पता लगाने की कोशिश करे कि इनके माध्यम से किसी ने कोई नौकरी तो हासिल नहीं की है। यदि किसी ने नौकरी हासिल की है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

[ स्थानीय संपादकीय: पंजाब ]