पबजी समेत चीन के 118 एप्स पर पाबंदी के फैसले के बाद निरंकुश चीनी नेतृत्व और उसकी शरारती सेना अपनी हरकतों से बाज आएगी, इस बारे में कुछ कहना कठिन है। भारत इसके पहले भी चीन के सौ से अधिक एप्स को प्रतिबंधित कर चुका है। इसके बावजूद उसकी सेना लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर छेड़छाड़ करने में लगी हुई है। चीनी सेना किस तरह बेलगाम होकर बेहूदगी पर आमादा है, इसका पता इससे चलता है कि बीते दिनों उसने उस वक्त सीमा रेखा का अतिक्रमण करने की कोशिश की, जिस समय दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत हो रही थी। स्पष्ट है कि चीन आसानी से मानने वाला नहीं है। उसे सख्त संदेश देने के लिए यह आवश्यक है कि आर्थिक मोर्चे पर उसके खिलाफ ऐसे बड़े फैसले लिए जाएं जो उसकी अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचाएं।

बेहतर होगा कि हुआवे सरीखी बदनाम चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने में और देर न की जाए। इसी के साथ सैन्य मोर्चे पर और अधिक चौकसी बरतनी होगी। यह चौकसी लद्दाख के साथ-साथ उन सभी इलाकों में बरती जाए जहां चीन की सीमा लगती है। भारत को अपनी सैन्य तैयारियों के जरिये चीन को यह संदेश देने की जरूरत है कि अगर उसने सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की तो उसे अनुमान से अधिक करारा जवाब मिलेगा। इसके लिए प्रत्येक स्तर पर सैन्य तैयारी तेज करनी होगी और इस क्रम में सेना की हर जरूरत को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करना होगा।

चूंकि चीन न केवल अहंकार के नशे में चूर है, बल्कि उसे अपने अंतरराष्ट्रीय मान-सम्मान की भी कहीं कोई चिंता नहीं, इसलिए भारत को दुनिया के प्रमुख राष्ट्रों को यह समझाना होगा कि वह केवल निंदा-भ‌र्त्सना से सही राह पर आने वाला नहीं है। आखिर यह एक तथ्य है कि सभी प्रमुख देशों की ओर से उसके उद्दंड रवैये की निंदा की जा रही है, फिर भी उसकी सेहत पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है। यह ठीक है कि अमेरिका ने एक बार फिर चीन को लताड़ लगाई है, लेकिन इसमें संदेह है कि इससे बात बनेगी।

जब अमेरिका यह मान रहा है कि चीन की उकसावे वाली हरकतों से निपटने का एक मात्र तरीका उसका सामना करना है तो फिर यह काम योजनाबद्ध ढंग से शुरू कर दिया जाना चाहिए, ताकि चीन को यह पता चले कि उसकी अंतरराष्ट्रीय गुंडई चलने वाली नहीं है। भारत को चाहिए कि वह शंघाई सहयोग संगठन के स्तर पर सक्रियता दिखाने के बजाय क्वॉड को सक्षम बनाने पर अधिक ध्यान दे। इस संगठन की एकजुट आक्रामकता ही बिगड़ैल चीन को नियंत्रित कर सकती है।