राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप के गिरते स्तर के बीच कमल कांत की कहानी ताजा हवा के झोंके की तरह

खेलते समय या दुर्घटनावश शरीर के किसी प्रमुख अंग के निष्क्रिय होने और उसके बाद की जिंदगी व्हीलचेयर पर गुजारने के लिए मजबूर होने पर इंसान अमूमन टूट जाता है परंतु कमल कांत जैसे लोग इस मामले में विलक्षण हैं।