Opinion

यूपीएससी में बदलाव की जरूरत, सिविल सेवा परीक्षा में बुनियादी रूप से आई हैं कुछ खामियां

गांव में सरकारी स्कूलों में कम सुविधाओं में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे विदेशी भाषा पर वैसा अधिकार नहीं रखते जितना अपनी भाषाओं और हिंदी पर। यह सच्चे अर्थों में प्रशासन का लोकतंत्रीकरण है जिसका स्वप्न गांधी लोहिया और आगे चलकर कोठारी समिति ने देखा था।