नई दिल्ली  [ पीयूष पांडे ]। मन उदास था। दिल बेचैन। काम में मन नहीं लग रहा था। रह रहकर कुछ अजीब सी ‘फीलिंग’ हो रही थी। डॉक्टर बोला-‘आपके लक्षण कहते हैं कि या तो आप प्यार में हैं या तनाव में!’

मैं जोर से चौंका-प्यार में ?

तनाव को लेकर अपनी अपनी सोच

मेरे चौंकने के अंदाज से डॉक्टर मर्ज समझ गया। बोला-‘आप प्यार के मारे नहीं लगते। वैसे भी, हर शादीशुदा बंदा इस दौर में ‘एक्स्ट्रा अफेयर’ अफोर्ड नहीं कर सकता। आपको ठेठ तनाव ही है।’

मैंने कहा-‘ठेठ तनाव, मगर किस बात का?’

डॉक्टर बोला-‘यह आपको पता होगा। और हो सकता है कि इस बात का ही तनाव हो कि आपको किसी बात का तनाव नहीं है।’

टेंशन न होने से मुझे टेंशन है

डॉक्टर की यह दार्शनिक सूक्ति दिल में घर कर गई। पहला डर यही लगा कि क्या मुझे ओरिजिनल टेंशन भी नहीं है। फैशन के इस दौर में गारंटी की इच्छा न करें तो सुना था, लेकिन क्या मैं इतना गया गुजरा हूं कि असली टेंशन भी नहीं ले सकता और टेंशन न होने से मुझे टेंशन है।

तनाव किस बात का है?

रात भर चिंतन जारी रहा कि आखिर तनाव किस बात का है? पूरी रात जब समझ नहीं आया कि तनाव किस बात का है तो सुबह ब्लड प्रेशर हाई होने लगा। अचानक तनाव और ब्लडप्रेशर ‘कॉम्बो ऑफर’ ने घबराहट और बढ़ा दी। पत्नी ने हालात को भांपा और ब्लडप्रेशर की दवाई देकर हालात को काबू में किया, अलबत्ता गुस्से में उसे इस बात का तनाव हो गया कि मैं अपनी सेहत को लेकर लापरवाह हूं।

तनाव में तो सब हैं

मैं सुबह फिर इसी चिंतन में था कि आखिर मुझे तनाव किस बात का है? सोचते-सोचते मैं ज्यादा सोचने लगा। और इसी चिंतन में एक बात समझ आई कि तनाव में तो सब हैं। बच्चों को अच्छे नंबर लाने से लेकर मां-बाप के मोबाइल न देने तक का तनाव है। ज्यादातर किशोर लड़कों को गर्लफ्रेंड न होने का तनाव है तो कुछ को ब्रेकअप होने का। कुछ ऐसे भी हैं, जिनकी गर्लफ्रेंड तो है, लेकिन दूसरों की खूबसूरत या रईस गर्लफ्रेंड देखकर वे अलग तनाव में हैं। किशोर लड़कियां फेसबुक पर डाली अपनी सेल्फी पर पर्याप्त लाइक न मिलने से तनाव में हैं।

रोजगार न मिलने से तनाव

युवा रोजगार न मिलने से तनाव में हैं। और जिनके पास नौकरी है वे औकात से ज्यादा कर्ज लेने के बाद ईएमआई की वजह से तनाव में हैं। किसान कर्ज से तनाव में है और व्यापारी जीएसटी से। हारा हुआ नेता इसलिए तनाव में है कि बैठे बिठाए 10-20 करोड़ रुपये चुनाव में खर्च हो गए और अब कोई ठेका वगैरह नहीं मिलेगा तो पैसा वापस कैसे आएगा? जीता हुआ नेता मंत्री बनने के लिए तनावग्रस्त है। प्रधानमंत्री नाकारा मंत्रियों और सांसदों को लेकर तनावग्रस्त हैं कि यही लोग नैया डुबोएंगे। विपक्ष के तमाम नेता कोई सर्वमान्य नेता न होने से तनावग्रस्त हैं। कोई नेता माफी मांगकर भी तनावग्रस्त है और साथी नेता इसलिए तनावग्रस्त हैं कि उनके नेता ने माफी क्यों मांग ली। और शादीशुदा पुरुष और महिलाएं तो एक-दूसरे को झेलते हुए तनावग्रस्त रहते ही हैं।

डॉक्टर को गांव में नौकरी करने का तनाव

बंदा तनावग्रस्त हो तो कहां जाए? जाहिर है डॉक्टर के पास, लेकिन हद यह कि डॉक्टर भी तनावग्रस्त हैं। कुछ डॉक्टर इसलिए परेशान रहते हैं कि कहीं गांव में नौकरी न करनी पड़ जाए। कुछ डॉक्टर इसलिए तनावग्रस्त हैं कि मां-बाप ने लाखों खर्च कर डॉक्टर बनाया, लेकिन अस्पताल बनाने के पैसे जमा नहीं हो रहे। कोई डॉक्टर इसलिए तनावग्रस्त है कि डॉक्टर बीवी नहीं मिल रही। हाल यह है कि एम्स के डॉक्टर भी तनावग्रस्त रहते हैं। बीते हफ्ते ही पांच डॉक्टरों को साइकेट्रिस्ट वार्ड में भर्ती कराया गया है। इस खबर के बाद एम्स जाने वाले मरीज तनावग्रस्त हैं। उन्हें डर लगने लगा है कि कहीं उनके जीवन की डोर किसी तनावग्रस्त डॉक्टर के हाथ में आ गई तो बंदा तनाव लेने लायक भी नहीं रहेगा। यही हालत दूसरे पेशे के लोगों की भी है। हालत यह है कि किसान से लेकर जवान तक और छात्र से लेकर प्रिंसिपल तक तनाव का शिकार हैैं। जिन्हें किसी बात का तनाव नहीं उन्हें इसका टेंशन रहता है कि वह ऐसा क्या करें जिससे यह कह सकें कि यार आजकल बड़ी टेंशन है।

क्या तनाव आज की आवश्यकता है?

मेरा चिंतन निष्कर्ष की दिशा में बढ़ने लगा। क्या तनाव आज की आवश्यकता है? क्या तनाव ही सत्य है? और तनाव से ही साबित होता है कि आपकी कुछ हैसियत है, क्योंकि सच यही है कि कई रईस लोग तो तनाव के इतने अभ्यस्त हो जाते हैं कि उन्हें तनाव न हो तो सिर्फ इस तनाव में वे खुदकुशी कर सकते हैं।

भूखे पेट पूरी नींद लेने वाले तनावग्रस्त से दूर रहते हैं

त-नाव में एक नाव भी है, और ये नैया कई लोगों को इस भव सागर में बड़ा होने का अहसास दिलाती है। बंदा जितना बड़ा उतना ज्यादा तनाव। सच यह है कि आधुनिक समाज में हर शख्स तनावग्रस्त है और अगर सब तनावग्रस्त हैं तो फिर तनाव का लोड क्यों लेना? वैसे, चिंतन का आखिरी बिंदु यह था कि अगर सब तनावग्रस्त हैं तो तनावग्रस्त कौन नहीं है? शायद वो, जिसे भूखे पेट भी पूरी नींद आ जाती है।

[ हास्य-व्यंग्य ]