एग्ज़ैम टाइम में नो वरीज
मार्च आने से पहले ही स्टूडेंट्स को अपने एग्ज़ैम्स की टेंशन सताने लगती है। किसी के बोर्ड एग्ज़ैम्स सिर पर होते हैं तो किसी के सेमेस्टर एग्ज़ैम्स। होली जैसा रंग-बिरंगा फेस्टिवल उसी दौरान होने के बावज़ूद सबके चेहरों से रंग उड़े हुए होते हैं
मार्च आने से पहले ही स्टूडेंट्स को अपने एग्ज़ैम्स की टेंशन सताने लगती है। किसी के बोर्ड एग्ज़ैम्स सिर पर होते हैं तो किसी के सेमेस्टर एग्ज़ैम्स। होली जैसा रंग-बिरंगा फेस्टिवल उसी दौरान होने के बावज़ूद सबके चेहरों से रंग उड़े हुए होते हैं। भई, करियर की चिंता माथे पर लकीरों के रूप में नज़र आने लगती है। जानते हैं इस टाइम ड्यूरेशन में लिए जाने वाले कुछ स्टडी रिज़ॉल्यूशंस।
आज के स्टूडेंट्स को कितना कुछ मैनेज करना पड़ता है: स्टडीज़, स्पोट्र्स, सोशल नेटवर्किंग साइट्स, फ्रेंड्स, आउटिंग्स...। स्कूल-कॉलेज में अटेंडेंस फुल रहे चाहे न रहे, व्हॉट्सएप और फेसबुक पर बने ग्रुप्स में अपनी प्रेज़ेंस लगाते रहते हैं। स्टूडेंट्स कई कैटेगरी के होते हैं- कुछ स्टूडेंट्स सि$र्फ पढ़ाई पर फोकस करते हैं, कुछ मल्टीटास्कर्स होते हैं तो कुछ लास्ट मोमेंट स्टडी को ही सबसे अच्छा मानते हैं। आप किसी भी कैटेगरी के हों, यहां दिए गए स्टडी रिज़ॉल्यूशंस आपके लिए ही हैं।
सेट अ टाइमटेबल
सब्जेक्ट्स और उनमें आपके इंट्रेस्ट को ध्यान में रखते हुए अपना फिक्स रूटीन बनाएं। कठिन या थ्योरेटिकल सब्जेक्ट्स के बीच में कुछ सरल या प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स पढऩे की आदत डालें। जो भी टाइमटेबल बनाएं, उसे फॉलो ज़रूर करें। हो सके तो उसे रूम में ऐसी जगह पर लगाएं जहां आपकी नज़र पड़ती रहे।
ईट हेल्दी, बी हेल्दी
एग्ज़ैम टाइम में हेल्दी डाइट लेना बहुत ज़रूरी होता है। वैसे तो इसके लिए सब टोकते ही रहते होंगे, पर एग्ज़ैम टाइम में आपको ख़्ाुद भी ध्यान रखना चाहिए। ऑयली खाने के बजाय फू्रट्स, सैलेड और अंकुरित चनों को अपनी डाइट में जगह दें। इससे आपका पढ़ाई में मन तो लगेगा ही, बीमार होने की आशंका भी कम हो जाती है।
टेक सम ब्रेक
ऐसा बिलकुल भी नहीं कहा जा रहा है कि आप सि$र्फ पढ़ते ही रहें। बीच-बीच में ब्रेक लेने से मूड फ्रेश रहेगा और आप कॉन्संट्रेट होकर पढ़ाई कर सकेंगे। म्यूजि़क, गेम्स, चिट-चैट, टीवी... जो भी आपका फेवरिट टाइमपास हो, उसे अपने टाइमटेबल में ज़रूर सेट करें।
मेक डिस्टेंस फ्रॉम सोशल साइट्स
कुछ दिनों के लिए $फोटोज़ और स्टेटस अपडेट करने से थोड़ी दूरी बना लें। उन पर लाइक्स और कमेंट्स का एनालिसिस तो बाद में भी हो जाएगा, पढ़ाई पर पूरा फोकस रखना ज़्यादा ज़रूरी है।
बी ऑर्गेनाइज़्ड
बुक्स, स्टेशनरी और नोट्स को व्यवस्थित रखें। जब आप पढऩे बैठें तो एकाग्र होकर पढ़ें, बार-बार कुछ लाने के लिए डिस्टर्ब न हों। अब चैप्टर्स याद करने या नोट्स बनाने का टाइम नहीं, बल्कि सि$र्फ रिवाइज़ करने का $कीमती टाइम है।
स्टे पॉजि़टिव एंड मोटिवेटेड
पढ़ाई सिर्फ बेस्ट रिज़ल्ट के लिए ही नहीं, बल्कि नॉलेज गेन करने के लिए करें। नेगेटिव बातों और लोगों से ज़रा दूरी बनाकर रखें। पढ़ाई के लिए घर का एक ऐसा कोना ढूंढ लें जहां आप सुकून से पढ़ सकें।
दीपाली पोरवाल