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कॉलेज से ही बढ़ाएं अपनी एंप्लॉयबिलिटी

कॉलेज लाइफ हर किसी की जि़ंदगी में ख़्ास जगह रखती है। इसी दौरान आपके करियर की मज़बूत बुनियाद बनती है। आजकल जॉब मार्केट काफी कॉम्पिटिटिव है, इसलिए अपनी कॉलेज लाइफ को एंजॉय करते हुए अगर आप कुछ स्किल्स पर भी ध्यान दें, तो फ्यूचर में आपकी एंप्लॉयबिलिटी बढ़ेगी..

By Babita kashyapEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2015 02:20 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2015 02:22 PM (IST)
कॉलेज से ही बढ़ाएं अपनी एंप्लॉयबिलिटी

कॉलेज लाइफ हर किसी की जि़ंदगी में ख़्ाास जगह रखती है। इसी दौरान आपके करियर की मज़बूत बुनियाद बनती है। आजकल जॉब मार्केट काफी कॉम्पिटिटिव है, इसलिए अपनी कॉलेज लाइफ को एंजॉय करते हुए अगर आप कुछ स्किल्स पर भी ध्यान दें, तो फ्यूचर में आपकी एंप्लॉयबिलिटी बढ़ेगी...

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अपना करियर प्लान करें

सबसे पहले तो अपने फ्यूचर का कोई गोल निर्धारित करें। स्वॉट एनालिसिस कर लें तो बेहतर होगा। स्वॉट एनालिसिस का मतलब है- स्ट्रेंथ, वीकनेस, अपॉ'र्युनिटीज और थ्रेट का विश्लेषण करना। इस पर विचार करना शुरू करें कि आपका इंट्रेस्ट किस क्षेत्र में है और कॉलेज के बाद आपके लिए कौन-सा करियर सही रहेगा। करियर गोल को लेकर कोई दुविधा हो तो किसी काउंसलर या टीचर की मदद ले सकते हैं।

एक्सट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ पर ज़ोर

कॉलेजेज़ में तमाम तरह की सोसाइटियां और स्टूडेंट क्लब्स होते हैं। आपको इन सबमें

बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। इसके अलावा कॉलेज की तर$फ से आयोजित सोशल वर्क और कम्युनिटी डेवलपमेंट जैसे प्रोग्रैम्स में भी आपको शामिल होना चाहिए। इनमें शामिल होने से आपके अंदर कम्युनिकेशन और टीमवर्क जैसे महत्वपूर्ण स्किल का विकास होगा। अपनी रुचि के मुताबिक आपको डिबेट, स्पोट्र्स एक्टिविटीज़ आदि में भी हिस्सा लेना चाहिए। पढ़ाई के बाद हर दिन कुछ समय लाइब्रेरी में बैठकर सब्जेक्ट्स, करियर, पर्सनैलिटी इंप्रूवमेंट के बारे में या मोटिवेशनल बुक्स पढ़ें तो अ'छा रहेगा।

लैंग्वेज स्किल और एक्सट्रा कोर्स

एक अनुमान के अनुसार $करीब 50 फीसदी ग्रेजुएट्स इंग्लिश लैंग्वेज प्रफिशिएंसी और अन्य स्किल्स न होने की वजह से जॉब के लायक नहीं माने जाते। आप पहले से ऐसे स्किल्स डेवलप कर लें तो बेहतर होगा। इंग्लिश में अ'छी फ्लुएंसी वाले कैंडिडेट्स को नौकरी तो आसानी से मिल ही जाती है, उन्हें सैलरी भी बेहतर मिलती है। ग्रेजुएशन के साथ ही अगर आप कोई फॉरेन लैंग्वेज सीख लें, तो इससे आपकी एंप्लॉयबिलिटी का$फी बढ़ जाएगी। इसके अलावा आपको कंप्यूटर स्किल से जुड़ा कोई कोर्स भी करना चाहिए।

अपना एक्सपीरियंस बढ़ाएं

आप जो डिग्री कोर्स कर रहे हैं, वह कोई अ'छी जॉब हासिल करने के लिए ज़रूरी है, लेकिन अगर आप पढ़ाई के साथ ही कोई एक्सपीरियंस भी हासिल कर लेते हैं, तो इससे नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। इसके लिए आप अपने इंट्रेस्ट की इंडस्ट्री में इंटर्नशिप या पार्ट-टाइम जॉब कर सकते हैं।

नेटवर्किंग शुरू करें

प्रोफेशनल कॉन्टैक्ट्स का नेटवर्क बनाना शुरू करें। भविष्य में अ'छी जॉब अपॉ'र्युनिटी मिले, इसके लिए यह ज़रूरी है कि आप सोशलाइज़ेशन करें, यानी प्रमुख लोगों से मिलना-जुलना शुरू करें। सोशल इवेंट, सेमिनार, कॉन्फ्रेंस, करियर फेयर आदि में जाकर संभावित एम्प्लॉयर्स से संपर्क करने की कोशिश करें।

सोशल प्रोफाइल को मज़बूत बनाएं

अब आपको अपने सोशल नेटवर्किंग प्रोफाइल को ज्य़ादा प्रोफेशनल और रेलेवेंट बनाना होगा। कंपनियां आजकल सोशल मीडिया प्रोफाइल से भी कैंडिडेट की पर्सनैलिटी का अंदाज़ा लगाती हैं, इसलिए अपने प्रोफाइल को दुरुस्त कर लें। उसमें व्यक्तिगत जानकारी ज्य़ादा न हो और जो हो उससे निगेटिव इमेज न बनती हो।

दिनेश अग्रहरि


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