प्रयोगों से बढ़ें आगे
पढ़ाई में अव्वल राधिका खटाल ने कभी सोचा भी नहीं था कि हॉबी से शुरू हुआ उनका डांस का स$फर उनके करियर को नई दिशा देगा। राष्टï्रपति भवन में बराक ओबामा के सामने भारतीय नृत्य की प्रस्तुति दे चुकीं राधिका डांस और म्यूजि़क के क्षेत्र में अपनी पहचान और मज़बूत
पढ़ाई में अव्वल राधिका खटाल ने कभी सोचा भी नहीं था कि हॉबी से शुरू हुआ उनका डांस का स$फर उनके करियर को नई दिशा देगा। राष्टï्रपति भवन में बराक ओबामा के सामने भारतीय नृत्य की प्रस्तुति दे चुकीं राधिका डांस और म्यूजि़क के क्षेत्र में अपनी पहचान और मज़बूत करना चाहती हैं।
हॉबी से हुई शुरुआत
सात साल की उम्र से मैंने क्लासिकल डांस सीखना शुरू किया था। उस समय मैं डॉ. स्नेहा चक्रधर से डांस की शिक्षा ले रही थी। मम्मी ने डांस क्लास में मेरा एडमिशन हॉबी के तौर पर करवाया था। तब हम दोनों को नहीं पता था कि डांस मेरा पैशन बन जाएगा। कॉलेज में आई तो गीता चंद्रन से डांस सीखना स्टार्ट किया और अब मैंं उनके डांस ग्रुप की सीनियर डांसर्स में से एक हूं। अब तक तो पूरे भारत में 50 से ज्य़ादा शो भी कर चुकी हूं।
पढ़ाई में रही अव्वल
डांस मेरा हुनर और प्यार ज़रूर है, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ कि उसकी वजह से मेरी पढ़ाई में लॉस हुआ हो। मेरा ध्यान दोनों ही तर$फ था। मेरे टीचर हमेशा मुझसे ख़्ाुश रहते थे। पापा चाहते थे कि मैं एमबीए करूं लेकिन मेरी डांस के प्रति लगन देखकर उन्होंने मुझे इसी फील्ड में आगे बढऩे का प्रोत्साहन दिया।
म्यूजि़क थी पहली पसंद
स्कूल के दिनों में मैं म्यूजि़क में ज़्यादा एक्टिव थी। डांस को तब बहुत ज़्यादा सीरियसली नहीं लेती थी। म्यूजि़क की फील्ड में भी मैंने अपना बेस्ट दिया। आज भी जब मुझे मौ$का मिलता है, मैं म्यूजि़क को टाइम ज़रूर देती हूं।
यूथ के लिए मेसेज
आप जो भी काम करो, उसे पूरे मन से करो। धैर्य का साथ बनाए रखना ही जीवन मंत्र है।
वंदना यादव