Move to Jagran APP

अच्छी सेहत के लिए जरूरी है फाइबर

कभी वर्क कभी फोटो शूट तो कभी मार्केटिंग कॉल पर आउटडोर जाना इनके काम में शुमार है। होटल की ब्रैंडिंग के लिए लोगों से मिलना और होटल में ही खाना इनके रुटीन में शामिल होता है। जी हां, होटल्स मार्क कॉम मैनेजर का प्रोफेशन ही कुछ ऐसा है कि इन्हें अपने लिए भी समय नहीं मिलता। ऐसे में यह अपनी सेहत और खानपान का खयाल कैसे र

By Edited By: Published: Wed, 30 Apr 2014 01:28 PM (IST)Updated: Mon, 12 May 2014 10:36 AM (IST)
अच्छी सेहत के लिए जरूरी है फाइबर

कभी वर्क कभी फोटो शूट तो कभी मार्केटिंग कॉल पर आउटडोर जाना इनके काम में शुमार है। होटल की ब्रैंडिंग के लिए लोगों से मिलना और होटल में ही खाना इनके रुटीन में शामिल होता है। जी हां, होटल्स मार्क कॉम मैनेजर का प्रोफेशन ही कुछ ऐसा है कि इन्हें अपने लिए भी समय नहीं मिलता। ऐसे में यह अपनी सेहत और खानपान का खयाल कैसे रखते हैं, डीडी ने की पड़ताल। साथ ही इनकी लाइफस्टाइल को दुरुस्त करने के लिए डाइटीशियन से जानें कुछ खास टिप्स।

loksabha election banner

दिनचर्या : मेरे दिन की शुरुआत सुबह 7 बजे होती है। मुझे घर से होटल के लिए लगभग 8.30 बजे निकल जाना होता है। 7.30 से 8 के बीच मैं ब्रेकफस्ट करती हूं। सुबह का इतना बिजी शेड्यूल होता है कि कोई एक्सरसाइज या वर्कआउट तक नहीं कर पाती। मैं पिछले एक साल से इस जॉब में हूं। व्यस्तता के कारण वॉक नहीं कर पाती। सुबह भागमभाग रहती है।

ब्रेकफस्ट : मैं सुबह 7.45 बजे ब्रेकफस्ट करती हूं जिसमें आमतौर पर एक ग्लास दूध या चाय, कॉर्नफ्लेक्स, फ्रूट्स, ब्रेड बटर या फिर ऑमलेट होते हैं। इससे ज्यादा समय नहीं होता। मैं नॉनवेजटेरियन हूं। मैं होटल पहुंचने के बाद 9.30 तक ग्रीन टी लेती हूं। मन हुआ तो साथ में बिस्किट भी ले लेती हूं। 12.30 बजे तक कोई फल खाती हूं या ज्यादा भूख हो तो लंच जल्दी कर लेती हूं। मैं 2-3 घंटे के अंतर पर थोड़ा-थोड़ा कुछ न कुछ खाती रहती हूं।

लंच : आमतौर पर मैं लंच 1 बजे तक कर लेती हूं। होटल में ही खाती हूं, जिसमें दाल, चपाती, सब्जी और दही या सैलेड होते हैं।

स्नैक्स : शाम 4-5 बजे कभी कोल्ड कॉफी-बिस्किट या जूस या फिर सैंडविच लेती हूं। कोल्ड कॉफी पंद्रह दिन में एक बार लेती हूं। फिर घर पहुंचकर 7.00-7.30 बजे तक मेयोनीज चिकेन या हैम सैंडविच लेती हूं या फिर 1 ग्लास दूध लेती हूं। मैं सप्ताह में 2-3 दिन रात में या शाम को दूध लेती हूं।

डिनर : रात 10 बजे तक डिनर में दाल, रोटी, सब्जी और थोड़ा चावल लेती हूं। जब बाहर जाती हूं तो सिर्फ सैलेड, फ्रूट्स या सूप ही प्रेफर करती हूं। रात 12 बजे तक सो जाती हूं।

सोनिका शर्मा, डाइटीशियन

वैशाली को अपने ब्रेकफस्ट में प्रोटीन और फाइबर के सही कॉम्बिनेशन का ध्यान रखना चाहिए। मसलन पोहा के साथ स्प्राउट्स, दलिया के साथ बेसन का चीला, उबले या कच्चे काले चने, दाल की रोटी, मिक्स वेज ऑमलेट आदि ले सकती हैं। टोस्ट के ऊपर मक्खन के बजाय पनीर लगाकर खाएं तो उन्हें कार्ब के साथ प्रोटीन भी मिलेगा। इसके अलावा अंकुरित दाल पका कर खाएं। सुबह जल्दी रहती है तो दाल भरा परांठा या चपाती अपने साथ कैरी कर लें और रास्ते में खा लें।

-वैशाली ग्रीन टी लेती हैं जो अच्छी बात है, लेकिन सैंडविच के बजाय उन्हें स्प्राउट्स, भुने चने या मुरमुरा लेना चाहिए।

-जहां तक संभव हो डिनर जल्दी करें। रात में कार्ब डाइट यानी चावल और स्टार्च से दूर रहें तो बेहतर होगा। सप्ताह में दो बार नॉनवेज खा सकती हैं। बेहतर होगा कि फिश और चिकेन को प्रिफरेंस दें। दो पीस से ज़्यादा न खाएं। देर से सोने की आदत ़गलत है। सोना का समय जल्दी करें।

-वैशाली एक्सरसाइज नहीं करतीं, उन्हें रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक जरूर करनी चाहिए। इस रुटीन को ब्रेक न करें।

-दिनभर में कोई न कोई एक फल जरूर लेना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.