आप भी कमाएं मुनाफा
मैं एक निजी कंपनी में मैनेजर हूं। मैंने अब तक सिर्फ फिक्स्ड डिपॉजिट में ही पैसे लगाए हैं। लेकिन अब कुछ दोस्तों की सलाह पर म्युचुअल फंड में पैसा लगाना चाहता हूं। मुझे कुछ ऐसी स्कीम्सके बारे में बताएं, जिनमें बहुत अधिक पैसा भी न लगाना पड़े और रिटर्न भी अच्छा हो। -राजन, गुड़गांव अगरलॉन्गटर्म फायदा देखा जाए,
मैं एक निजी कंपनी में मैनेजर हूं। मैंने अब तक सिर्फ फिक्स्ड डिपॉजिट में ही पैसे लगाए हैं। लेकिन अब कुछ दोस्तों की सलाह पर म्युचुअल फंड में पैसा लगाना चाहता हूं। मुझे कुछ ऐसी स्कीम्सके बारे में बताएं, जिनमें बहुत अधिक पैसा भी न लगाना पड़े और रिटर्न भी अच्छा हो।
-राजन, गुड़गांव
अगरलॉन्गटर्म फायदा देखा जाए, तो म्युचुअल फंड एफडीसे ज़्यादा अच्छे रिटर्न देता है। म्युचुअल फंड में निवेश की कुछ स्कीम्स में तो आपको सिर्फ 100रुपये हर महीने जमा करने होते हैं। म्युचुअल फंड का मकसद लोगों को शुरुआत सुरक्षित निवेश के लिए प्लैटफॉर्म मुहैया कराना ही होता है।
मैं होंम लोन लेना चाहता हूं, पर इसमें काफी दिक्कतें आ रही हैं। मुझे उचित सलाह दें।
-अंकित, गाजियाबाद
होमलोन मिलने में असुविधा होने के कई कारण हो सकते हैं। पहला कारण उम्र संबंधी है। लोन मिलने की शर्त होती है कि आपकी उम्र को 60 से घटा कर जो संख्या आए, उतने ही सालों का लोन दिया जाता है। दूसरा कारण आय से जुड़ा है। आमतौर पर कंपनियां आय की पांच गुनी रकम से ज़्यादाका लोन नहीं देतीं। तीसरा कारण सिबिड 'क्रेडिट इन्फॉर्मेशनब्यूरो लिमिटेड' संस्था में खाराबवित्तीय रिकॉर्ड दर्ज होना भी है। इसके अलावा वकालत, पुलिस विभाग और राजनीति जैसे कुछ पेशों से जुड़े लोगों को भी होम लोन मिलने में समस्या आ सकती है।
मैंने पिछले साल शेयर मार्केट में पैसा लगाया था लेकिन मुझे कोई खास मुनाफा नहीं हुआ। ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए? उचित सलाह दें।
-हर्षित, नोएडा
आपने यहां अपनी उम्र और जिन कंपनियों में पैसा लगाया है, उनका ब्यौरा नहीं दिया है। अच्छा होगा कि लार्ज कैप स्टॉक्स में ही इन्वेस्ट करें। क्योंकि इस श्रेणी में बड़ी कंपनियां शामिल होती हैं। अगर आपको शेयर्स में पैसा लगाए हुए एक साल ही हुआ है और उस कंपनी के स्टॉक्स के बाजार में अच्छी होल्ड है, तो आप अच्छे रिटर्न्स का इंतजार कर सकते हैं। वहीं अगर उस कंपनी के स्टॉक्स के बाजार में अच्छी होल्ड नहीं है, तो आप होल्ड न करना ही समझदारी है।
(फाइनेंशियल एडवाइजर से राकेश पोपली से बातचीत पर आधारित)