प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन पर आधारित होगा विश्व व्यापार मेला
गति मैदान में 14 नवंबर से शुरू होने वाला विश्व व्यापार मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से ओत-प्रोत होगा। मेले की थीम मेक इन इंडिया को बनाया गया है। वहीं, मेले में डिजिटल इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व जनधन योजना समेत करीब 10 योजनाओं का जिक्र होगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। प्रगति मैदान में 14 नवंबर से शुरू होने वाला विश्व व्यापार मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से ओत-प्रोत होगा। मेले की थीम मेक इन इंडिया को बनाया गया है। वहीं, मेले में डिजिटल इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व जनधन योजना समेत करीब 10 योजनाओं का जिक्र होगा। इस बार मेले में 10 से 15 लाख पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में इस मेले का उपयोग देश की सुनहरी तस्वीर पेश करने के रूप में भी होगा।
स्वच्छ भारत अभियान को लेकर राज्य सरकारों के बीच भले ही राजनीतिक नूराकुश्ती जारी हो, लेकिन इस मेले में राज्य के पवेलियनों के साथ ही विभिन्न मंत्रालयों के पवेलियन आपस मे सफाई के मुद्दे पर प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे। इस मामले मे अग्रणी रहने वाले दो पवेलियनों को स्वर्ण व रजत पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह मेला 27 नवंबर तक चलेगा।
मेले में सबसे ज्यादा जोर मेक इन इंडिया पर है। खुद प्रधानमंत्री इस अभियान पर खासा जोर दे रहे हैं। अधिकांश विदेशी यात्राओं में वे वहां की कंपनियो को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। मेले में दो दर्जन से अधिक देश भी भाग लेंगे। करीब 300 विदेशी कंपनियां अपने उत्पादों के साथ ही भारत में निवेश की संभावनाओ को टटोलने मेले मे पहुंच रही हैं।
सरकार ने भी इस आयोजन के जरिये विदेशी निवेश झटकने की रणनीति बनाई है। मेले में थीम पवेलियन में मेक इन इंडिया के लोगो 'शेर' को प्रदर्शित किया जाएगा। इस पवेलियन को वाणिज्य मंत्रालय की ओर से तैयार किया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री की ओर से विदेशी कंपनियो के देश में उत्पादन करने पर जोर देने की मुहिम से औद्योगिक सेक्टर में आए सकारात्मक बदलावों और विदेशी कंपनियो के लिए संभावनाओ वाले भारत की झलक होगी।
मेक इन इंडिया पर जोर है तो मेले मे नए उद्यमियों को भी विशेष छूट मिलेगी। उन्हें अन्य की तुलना मे स्टॉल के लिए 50 फीसद कीमत ही चुकानी होगी। ऐसे नए उद्यमियो के लिए कुल 54 स्टाल आरक्षित रखे गए हैं। इस बारे मे इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गेनाइजेशन के महाप्रबंधक जे गुना सेकरन ने बताया कि वर्ष में एक बार होने वाले इस मेले में देशी-विदेशी कंपनियो की काफी दिलचस्पी होती है। ऐसे में जब भारत को लेकर विदेशी कंपनियों का नजरिया बदल रहा है तो निश्चित ही यह मेला देश में विदेशी निवेश लाने का बढि़या रास्ता साबित होगा।