डीयू की महिला प्रोफेसर मुस्लिम थी इसलिए नहीं दिया किराए का घर
दिल्ली विश्वविद्यालय की एक दृष्टिबाधित महिला प्रोफेसर ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि उसे मुस्लिम होने के कारण राजधानी दिल्ली में किराये पर घर नहीं दिया जा रहा है। उसने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मदद की गुहार लगाई है।
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय की एक दृष्टिबाधित महिला प्रोफेसर ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि उसे मुस्लिम होने के कारण राजधानी दिल्ली में किराये पर घर नहीं दिया जा रहा है। उसने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मदद की गुहार लगाई है।
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में भी इस तरह के आरोप लगाए जा चुके हैं। यू ट्यूब पर डाले गए दो मिनट के वीडियो में प्राध्यापिका रीमा शम्सुद्दीन कह रही हैं, मैं उम्मीद करूंगी कि किसी को इस तरह के शर्मनाक और अमानवीय अनुभव से न गुजरना पड़े।
मैं सीएम केजरीवाल से अपील करती हूं कि वह इस मामले को देखें। वेंकटेश्वर कॉलेज में अंग्रेजी की प्रोफेसर महिला का कहना है कि मालिक ने उसे यह कहते हुए चाबी देने से मना कर दिया कि वह मुस्लिम को किराये पर घर नहीं दे सकते।
उन्होंने बताया, मैंने आठ साल तक हैदराबाद में पढ़ाई की, लेकिन अब तक ऐसा भेदभाव नहीं देखा था। वीडियो में वे कह रही हैं, अगर मुझे ही इतना भेदभाव सहना पड़ रहा है तो उन हजारों छात्रों का क्या जो देश के अलग-अलग क्षेत्रों बिहारी, बंगाली, मणिपुरी या अलग-अलग पहचान जैसे ग्रामीण-शहरी, मर्द-औरत, गे, ट्रांसजेंडर आदि से राजधानी आते हैं।
वहीं, दिल्ली के कानून मंत्री कपिल मिश्रा का कहना है कि यदि ऐसा हुआ है तो यह बहुत गलत है। यह संवैधानिक नहीं है। यदि इस संबंध में शिकायत आती है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।