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पाकिस्तान से जुड़ रहे दिल्ली में बरामद खतरनाक हथियार, पुलिस को गहरी साजिश का शक

सलीम से पता चला है कि अवैध हथियारों को बेहद चतुराई से पाकिस्तान से बिजली के ट्रांसफार्मरों में छिपाकर एयर कारगो के जरिये नेपाल मंगवाया जाता था।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 29 Jun 2018 03:11 PM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 03:22 PM (IST)
पाकिस्तान से जुड़ रहे दिल्ली में बरामद खतरनाक हथियार, पुलिस को गहरी साजिश का शक
पाकिस्तान से जुड़ रहे दिल्ली में बरामद खतरनाक हथियार, पुलिस को गहरी साजिश का शक

नई दिल्ली (जेएनएन)। चीन निर्मित पिस्टल के पाकिस्तान से नेपाल और फिर भारत पहुंचने के मामले की जांच बृहस्पतिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दी गई है। सूत्रों के अनुसार, आगे की जांच स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त संजीव यादव की टीम करेगी। हालांकि, पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने इसकी पुष्टि नहीं की। उनका कहना है कि अभी हमारी टीम पूछताछ कर रही है। अन्य एजेंसियां भी पूछताछ करने के लिए स्वतंत्र हैं।

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इस बीच बृहस्पतिवार को हथियार गिरोह के सरगना सलीम से पूछताछ के लिए खुफिया एजेंसियां भी पहुंचीं। दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियां यह पता लगा रही है कि सलीम के तार दुश्मन देश में सक्रिय किसी आतंकी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं।

पांच दिन की पुलिस हिरासत में चल रहे सलीम से पता चला है कि अवैध हथियारों को बेहद चतुराई से पाकिस्तान से बिजली के ट्रांसफार्मरों में छिपाकर एयर कारगो के जरिये नेपाल मंगवाया जाता था। वहां से भारत लाया जाता था। बता दें कि पुलिस ने फॉर्च्यूनर से 26 अत्याधुनिक पिस्टल, 800 कारतूस बरामद करने के साथ ही तीन को गिरफ्तार किया था।

इस तरह पाकिस्तान से भारत तक पहुंचते थे हथियार

सूत्रों की मानें तो खुफिया एजेंसियों की पूछताछ में पता चला है कि सलीम का एक दोस्त की रिश्तेदारी पाकिस्तान में है। उसके माध्यम से सलीम ने पाकिस्तान में लिंक बनाया और हथियार मंगाने लगा। पाकिस्तान में बैठा व्यक्ति चीन में बने अत्याधुनिक हथियारों की खेप सलीम को मुहैया कराने लगा। इसके लिए सलीम व उसके पाकिस्तानी लिंक ने नेपाल में अड्डा बनाया। यहां से दलाल एयरपोर्ट से कंसाइन्मेंट छुड़ाने का काम करता था। इसके बाद सलीम नेपाल से हथियार लेकर भारत आ जाता था। यह भी पता चला है कि कंटेनर में एके-47 व एके-56 जैसी असॉल्ट रायफल भी छिपाकर भेजी जाती थी। सलीम इन्हें अलग-अलग करके मंगाता था। इसके बाद इसे असेंबल किया जाता था।

सलीम पर मकोका लगाने की तैयारी

करीब 10 साल पुराने सलीम गिरोह पर पुलिस मकोका लगाने की तैयारी में है। पुलिस पाकिस्तान का लिंक आने के बाद इसे संगठित अपराध की श्रेणी मान रही है। मकोका लगाने के बाद सलीम की संपत्ति जब्त हो सकती है। जांच में पता चला है कि सलीम के पास जाफराबाद सहित कई अन्य जगहों पर मकान है। साथ ही वह महिंद्रा थार जीप, स्कॉर्पियो और फाच्यरूनर का मालिक है। उसने तीन शादी की है। इनमें एक पत्नी बीमार रहती है और एक उससे अलग हो चुकी है। वह इस धंधे में अपने परिवार के अलावा किसी बाहरी के साथ काम नहीं किया। साथ ही सलीम और उसके दो अन्य साथियों की गिरफ्तारी में महती भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को समय से पहले प्रोन्नत करने का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है।


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