दिन है खास, पति की दीर्घायु के लिए रखा है उपवास
अटल सुहाग की कामना लेकर आज सुहागिन करवाचौथ का व्रत रखेंगी। इसके लिए शनिवार को करवाचौथ की खरीदारी व मेहंदी लगवाने को लेकर बाजारों में देर शाम तक रौनक का माहौल देखने को मिला।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : अटल सुहाग की कामना लेकर आज सुहागिन करवाचौथ का व्रत रखेंगी। इसके लिए शनिवार को करवाचौथ की खरीदारी व मेहंदी लगवाने को लेकर बाजारों में देर शाम तक रौनक का माहौल देखने को मिला। सुबह से ही क्षेत्र के बाजारों में हाथों पर मेहंदी सजाने के लिए सुहागिनों की भीड़ नजर आने लगी थी। मेहंदी के अलावा कपड़ा दुकानों, किराना दुकानों, आभूषण कारोबारियों, ब्यूटी पार्लर, श्रृंगार दुकान, मिठाई की दुकानें व बुटिक भी गुलजार रहीं। रविवार को व्रत के चलते शनिवार को रेस्तरां व होटल में भी विशेष भीड़भाड़ नजर आई। बाजारों में भीड़भाड़ के चलते सुबह से ही सड़कों पर जाम की समस्या से चालकों को दो-चार होना पड़ा। हालांकि भीड़भाड़ के बीच बाजारों में पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आया पर तार-तार होते कोविड-19 नियम के खिलाफ कहीं भी बाजारों में सख्ती नजर नहीं आई।
तिलक नगर, विकासपुरी, राजौरी गार्डन, उत्तम नगर, पालम, जनकपुरी, ज्वालाहेड़ी समेत क्षेत्र के सभी छोटे-बड़े बाजारों में भीड़भाड़ थी। आभूषण की दुकानों पर महिलाएं चुटकी, पायल खरीदती अधिक नजर आईं। जिन महिलाओं का ये पहला करवाचौथ का व्रत है, उनके मन में उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने बताया कि हर साल मां को ये व्रत करते देखा, इस बार खुद व्रत रखना है। टीवी शो व फिल्मों में करवाचौथ की भव्यता से प्रेरित होकर अब लोग निजी जीवन में भी उसी ढंग से करवाचौथ मनाना चाहते है। इसलिए जगह-जगह सामूहिक मेहंदी लगाने व करवाचौथ की पूजा के लिए सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बाजारों में कहीं 150 तो कहीं 200 रुपये में एक हाथ पर मेहंदी लगाई गई। मेहंदी कलाकारों पर दबाव अधिक होने के कारण महिलाओं को मेहंदी लगवाने के लिए काफी इंतजार भी करना पड़ा। इसके अलावा भीड़भाड़ के बीच महिलाओं के पास डिजाइन का चयन करने का कोई खास विकल्प नहीं मिला। खरीदारी की तरफ भी रहा रुझान करवाचौथ के व्रत से पूर्व महिलाएं सोलह श्रृंगार करने की तैयारी में जुटी नजर आईं। यही कारण है कि शनिवार को कपड़ा व श्रृंगार सामग्री की दुकानों पर भी खासी भीड़ थी। महिलाओं ने अपनी पसंद के परिधान व सौंदर्य प्रसाधन खरीदें। सजने के लिए ब्यूटी पार्लर पहुंची। कुल मिलाकर पर्व को लेकर महिलाएं उत्साहित हैं। आमतौर पर महिलाएं करवाचौथ पर परंपरागत परिधान ही पसंद करती हैं पर साड़ियों के साथ इस साल रेडीमेड ड्रेस की तरफ महिलाओं का झुकाव अधिक है। कारोबारियों ने कहा कि लाकडाउन के बाद अब जाकर काम में रौनक आई है। साज-सज्जा के अलावा पूजन सामग्री, करवा, मटकी, छन्नी, कलेंडर आदि सामान भी खरीदा। मिठाई दुकानों पर भी रौनक
करवाचौथ पर सरगी का थाल बेहद अहम है। सास अपनी बहू को आशीर्वाद के साथ सरगी का थाल सजाकर देती है। सरगी की थाल में विशेष रूप से फल, फैनी, सूखे मेवे व मिठाई शामिल होती हैं। ऐसे में शनिवार को खरीदारी के बीच मिठाई की दुकानों पर सरगी के थाल के लिए महिलाएं मीठी मठ्ठी, फैनी, सूखे मेवे की खरीदारी करती हुई नजर आईं।