विश्वास नगर में भारी विरोध के बीच 11 फैक्ट्रियां सील
विश्वास नगर में सोमवार को निगम दस्ते को भारी विरोध का सामना करना पड़ा, फिर भी दस्ते ने सी¨लग की कार्रवाई जारी रखी। विरोध के बीच 11 फैक्ट्रियों को सील किया गया है। वहीं सोमवार को 226 फैक्ट्री मालिकों ने तीन करोड़ रुपये से अधिक जुर्माना जमा किया। इससे पहले भी काफी फैक्ट्री मालिक जुर्माना जमा कर चुके हैं। जिससे निगम के राजस्व में 7.6
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
विश्वास नगर में सोमवार को भारी विरोध के बीच निगम ने 11 फैक्ट्रियों को सील किया। 226 फैक्ट्री मालिकों ने तीन करोड़ रुपये से अधिक जुर्माना जमा किया। इससे पहले भी कई फैक्ट्री मालिक जुर्माना जमा कर चुके हैं। इससे निगम के राजस्व में 7.68 करोड़ रुपये आ चुके हैं।
रिहायशी इलाके में चल रही फैक्ट्रियों को मॉनिट¨रग कमेटी के आदेश पर पूर्वी निगम ने सील करना शुरू किया है। सी¨लग से पहले 1970 फैक्ट्री मालिकों को नोटिस दिए गए थे। 16 अगस्त से निगम के दस्ते ने सी¨लग की कार्रवाई शुरू की है। सोमवार को कुछ पुलिसकर्मियों के साथ निगम अधिकारी सी¨लग के लिए जब गली नंबर-12 में पहुंचे तो भवन मालिक ने विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद भी इस भवन को सील कर दिया गया। यहां से कुछ दूरी पर चार मंजिला भवन मालिक ने भी काफी विरोध किया और दलील दी कि वर्ष 2000 से यहां व्यावसायिक गतिविधि नहीं हो रही है और बिजली कटी है। फिर निगम अधिकारियों ने दो कमरों को छोड़कर पूरे भवन को सील कर दिया। इसी तरह कई अन्य जगहों पर भी विरोध हुआ, लेकिन निगम दस्ते ने 11 भवनों को सील कर दिया।
निगम दस्ते ने अवैध फैक्ट्रियों पर तो सी¨लग नोटिस चिपकाया ही है, साथ ही यहां के राम मंदिर पर सी¨लग का नोटिस चिपका दिया गया है। स्थानीय पार्षद अंजू कमलकांत का कहना है कि निगम अधिकारी अफरा-तफरी के माहौल में काम कर रहे हैं। इसी वजह से वे कहीं भी नोटिस लगा रहे हैं। मंदिर के पुजारी रघुवीर झा कहते हैं कि उन्होंने निगम अधिकारियों से कहा था कि यहां तो कोई फैक्ट्री नहीं चल रही तो फिर यहां क्यों नोटिस चिपकाया जा रहा है। अधिकारियों ने उनकी नहीं सुनी। एक निगम अधिकारी का कहना है कि मंदिर बनाने के लिए भू-उपयोग में कोई बदलाव नहीं किया गया था। इस वजह से यह भी मास्टर प्लान का दुरुपयोग है।
बुधवार से सी¨लग की कार्रवाई में तेजी आएगी
विश्वास नगर में अभी सी¨लग की रफ्तार धीमी है। इसकी वजह है कि बड़ी संख्या में उद्यमी दुरुपयोग शुल्क जमा करवाने आ रहे हैं, लेकिन अब यहां के उद्यमियों को अधिक समय नहीं मिलेगा। अभी 1970 फैक्ट्रियों के एवज में सिर्फ 594 ने दुरुपयोग शुल्क जमा करवाया है और 77 फैक्ट्रियां सील हुई हैं। इससे अब भी 1300 फैक्ट्रियां बची हुई हैं।
निगम उपायुक्त डॉ.बीएम मिश्रा कहते हैं कि जिन फैक्ट्री मालिकों ने जगह खाली कर दी है उनके पास दुरुपयोग शुल्क जमा करवाने का मंगलवार को अंतिम दिन है। इसके बाद फैक्ट्रियों को तेजी से सील किया जाएगा। इसके लिए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती भी होगी, क्योंकि यहां कार्रवाई पूरी कर मॉनिट¨रग कमेटी को रिपोर्ट पेश करनी है।
गांधी नगर में सितंबर से होगी सी¨लग
गांधी नगर के कई रिहायशी इलाकों में दुकानें व फैक्ट्रियां चल रही हैं। यहां सितंबर के पहले सप्ताह से सर्वे का काम शुरू हो जाएगा। फिर 48 घंटे का सी¨लग नोटिस देने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।