Move to Jagran APP

महिला फोटो पत्रकार से मारपीट मामले में केस दर्ज

-दिल्ली आ‌र्म्ड फोर्स की महिला समेत दो कर्मी निलंबित -अन्य महिला पत्रकार से छेड़छाड़ मामले में

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Mar 2018 10:04 PM (IST)Updated: Sun, 25 Mar 2018 10:04 PM (IST)
महिला फोटो पत्रकार से 
मारपीट मामले में केस दर्ज
महिला फोटो पत्रकार से मारपीट मामले में केस दर्ज

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

loksabha election banner

छात्र प्रदर्शन का फोटो खींच रही महिला फोटो पत्रकार से दिल्ली पुलिस कर्मियों द्वारा कैमरा छीनने व मारपीट के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, इस घटना में दिल्ली आ‌र्म्ड फोर्स की महिलाकर्मी सहित दो को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि उसी दिन हुई महिला पत्रकार से छेड़छाड़ की अन्य घटना में पुलिस की विजिलेंस जांच जारी है। इसमें अभी कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि विजलेंस जांच जारी है। दोषी पाए जाने पर आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रंवाई की जाएगी।

मालूम हो कि गत शुक्रवार को जेएनयू छात्रों के प्रदर्शन के दौरान एक महिला फोटो पत्रकार द्वारा फोटो खींचने के दौरान पुलिसकर्मी उनपर टूट पड़े थे। पीड़िता पुलिसकर्मियों के सामने कैमरा वापस देने का गुहार लगाती रही, लेकिन उन्हें कैमरा नहीं दिया गया था। वहीं, इसी दिन खबर संकलन के दौरान एक महिला पत्रकार के साथ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने छेड़छाड़ की थी। इस घटना से कुछ दिन पहले अमर कॉलोनी इलाके में सीलिंग की कार्रवाई के दौरान भी पुलिसकर्मियों ने दैनिक जागरण के फोटो पत्रकार का कैमरा छीन लिया था और उन्हें कैदी की तरह पकड़कर थाने ले जाया गया था। लगातार हो रही इन घटनाओं से मीडियाकर्मियों में खासा रोष है। इसी विरोध के मद्देनजर गुस्साए पत्रकारों ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया था।

प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी को मौके पर आना पड़ा था। उन्होंने मीडिया कर्मियों से माफी मांगने के साथ ही उन्हें उचित कारवाई का आश्वासन दिया था। इसके दूसरे दिन दिल्ली पुलिस ने दोषी दो कर्मियों को निलंबित कर दिया है। पीड़िता के कैमरे का भी पता लगा लिया गया है। वहीं, दिल्ली आ‌र्म्ड फोर्स की एक महिला कांस्टेबल और एक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि पुलिस अधिकारी द्वारा महिला पत्रकार से छेड़छाड़ के मामले में अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि प्रदर्शन के दौरान विशेष आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने 24 घंटे के अंदर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की घोषणा की थी। पुलिस की आधी-अधूरी कार्रवाई से मीडियाकर्मी संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग है कि डीसीपी स्तर के अधिकारियों को उनके पद से हटाया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.