पैरोल पर छूटने की पार्टी में दो की हत्या, दो गिरफ्तार
महरौली थाना क्षेत्र के फ्रीडम फाइटर्स एंक्लेव के पास जंगल में पैरोल पर छूटे बदमाशों ने पार्टी की। इस दौरान एक दूसरे पर मुखबिरी का आरोप लगा दो बदमाशों अब्दुल अली और संजय की हत्या कर दी गई। इसके बाद अन्य चारों आरोपित फरार हो गए।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली:
महरौली थाना क्षेत्र के फ्रीडम फाइटर्स एंक्लेव के पास जंगल में पैरोल पर छूटे बदमाशों ने पार्टी की। इस दौरान एक दूसरे पर मुखबिरी का आरोप लगा दो बदमाशों अब्दुल अली और संजय की हत्या कर दी गई। इसके बाद अन्य चारों आरोपित फरार हो गए। पुलिस ने दो आरोपितों विपिन बाल्यान और सतेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, दो अन्य की तलाश की जा रही है।
दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि बुधवार रात फ्रीडम फाइटर्स एंक्लेव से एक व्यक्ति को गोली लगने की सूचना महरौली थाने को मिली थी। एम्स के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मौके पर पहुंची पुलिस को जंगल के करीब नाले पर खून दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो पता चला कि छह लोग वहा एक कार से आए थे और जंगल की तरफ चले गए थे। जाच में मृतक की पहचान अब्दुल अली के रूप में हुई और एक आरोपित विपिन बाल्यान को पुलिस ने पकड़ लिया। इसी की निशानदेही पर एक और आरोपित सतेंद्र को भी पकड़ लिया गया। दोनों से हुई पूछताछ के आधार पर बृहस्पतिवार को पुलिस ने ड्रोन की मदद से जंगल की छानबीन की और एक और शव बरामद किया। इसकी हत्या भी गोली मारकर की गई थी। मृतक के हाथ में महाकाल का टैटू गुदा हुआ था जिसके आधार पर मृतक की पहचान संजय के रूप में हुई। दोनों मृतकों और दोनों पकड़े गए आरोपितों के अलावा पार्टी में दो अन्य लोग भी शामिल थे। घोषित बदमाश था संजय
जाच में पता चला है कि संजय गीता कॉलोनी थाने का घोषित बदमाश था। वहीं, दूसरे मृतक अब्दुल अली के ऊपर भी मामले दर्ज हैं। फरार बदमाशों में एक आरोपित गीता कॉलोनी थाने का घोषित बदमाश है, जो पैरोल पर बाहर आया था और इसी की खुशी में पार्टी हुई थी। पार्टी के दौरान खूनी खेल में इन दोनों की हत्या हुई थी। आपसी अविश्वास बना हत्या की वजह
आरोपितों ने बताया कि एक आरोपित के पैरोल पर बाहर आने की खुशी में ही पार्टी हो रही थी। इस पार्टी में छह लोग शामिल थे। इस दौरान आपस में मुखबिरी करने और एक दूसरे के खिलाफ गवाही देने को लेकर उनका झगड़ा हो गया। बहस इतनी ज्यादा बढ़ी कि अब्दुल अली और संजय की गोली मारकर हत्या कर दी गई।