बड़े अस्पतालों में डॉक्टरों ने दो घंटे काम रखा बंद
जागरण संवाददाता नई दिल्ली उत्तरी निगम के बड़े अस्पताल हिदूराव के डॉक्टरों की हड़ताल के समर्थन में राजधानी के कई प्रमुख अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को ओपीडी में दो घंटे कामकाज बंद रखा। दरअसल हिदू राव अस्पताल के डॉक्टरों को करीब चार महीनों से वेतन नहीं मिला है। उनकी वेतन संबंधी मांग के समर्थन में सफदरजंग राम मनोहर लोहिया लेडी हार्डिंग लोकनायक और गुरू तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल समेत कई प्रमुख अस्पतालों के डॉक्टरों ने काम के दौरान हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इनमें सफदरजंग राममनोहर लोहिया और लेडी हार्डिंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी में दो घंटे काम बंद रखा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल हिदू राव के डॉक्टर पिछले चार माह से वेतन न मिलने के कारण हड़ताल पर हैं। मंगलवार को उनके समर्थन में राजधानी के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों ने ओपीडी में दो घंटे काम बंद रखा। इसके अलावा कुछ अस्पतालों में डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर काम किया।
सफदरजंग, राम मनोहर लोहिया, लेडी हार्डिंग, लोकनायक और गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल समेत कई प्रमुख अस्पतालों के डॉक्टरों ने काम के दौरान हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। वहीं सफदरजंग, राममनोहर लोहिया और लेडी हार्डिंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने दो घंटे काम भी बंद रखा।
सफदरजंग अस्पताल की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने कहा कि निगम के अस्पतालों के डॉक्टरों को वेतन न मिलने की समस्या काफी पुरानी है। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी समय पर वेतन जारी नहीं किया जा रहा है। कोरोना संकट में डॉक्टर मरीजों की सेवा में लगे हैं। ऐसे में समय पर वेतन न मिलना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। सफदरजंग अस्पताल की आरडीए निगम के डॉक्टरों के साथ खड़ी है। वहीं लेडी हार्डिंग अस्पताल आरडीए के अध्यक्ष डॉ. सुनील ने कहा कि निगम को जल्द से जल्द वेतन जारी कर देना चाहिए।