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ट्रेन में खरीदे बिस्तर को इस्तेमाल के बाद घर ले जा सकेंगे यात्री...पढ़ें खबर

गैर वातानुकूलित श्रेणी के यात्रियों को सफर के दौरान अक्सर बेडरोल की समस्या का सामना करना पड़ता है। उन्हें घर से चादर, तकिया और कंबल लेकर साथ चलना पड़ता है या फिर ऐसे ही सीट पर सोना पड़ता है। लेकिन उनकी यह परेशानी अब दूर हो जाएगी। क्योंकि भारतीय रेलवे

By Amit MishraEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2015 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2015 07:46 AM (IST)
ट्रेन में खरीदे बिस्तर को इस्तेमाल के बाद घर ले जा सकेंगे यात्री...पढ़ें खबर

नई दिल्ली। गैर वातानुकूलित श्रेणी के यात्रियों को सफर के दौरान अक्सर बेडरोल की समस्या का सामना करना पड़ता है। उन्हें घर से चादर, तकिया और कंबल लेकर साथ चलना पड़ता है या फिर ऐसे ही सीट पर सोना पड़ता है। लेकिन उनकी यह परेशानी अब दूर हो जाएगी। क्योंकि भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) ने ई-बेडरोल सुविधा शुरू करने का फैसला किया है।

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शुरुआत में इसका लाभ दिल्ली और मुंबई के यात्रियों को मिलेगा। भविष्य में अन्य स्टेशनों पर भी यह सुविधा मिलेगी। इससे वातानुकूलित श्रेणी के उन यात्रियों को भी लाभ होगा जो ट्रेन में मिलने वाले बेडरोल का प्रयोग करने से परहेज करते हैं।

यात्रियों को करना होगा 250 रुपये का भुगतान

बिस्तर का पूरा सेट लेने के लिए यात्री को 250 रुपये देने होगे। अपनी सुविधा के अनुसार भी बिस्तर लेने का विकल्प है। 150 रुपये का भुगतान करके दो चादर तथा एक तकिया लिया जा सकता है। कंबल के लिए 110 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।

बिस्तर घर ले जा सकेंगे यात्री

इस सेवा की खास बात यह है कि यात्रा के बाद यात्री बिस्तर अपने साथ ले जा सकेंगे। इस तरह से उन्हें प्रत्येक बार यात्रा के समय नया बेडरोल लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक बार खरीदने के बाद इसे घर मे साफ कर दोबारा प्रयोग किया जा सकता है।

चार स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा

प्रायोगिक तौर पर इस सुविधा की शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल मुंबई और मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर की जा रही है। आइआरसीटीसी के अधिकारियों का कहना है कि इस महीने यह सेवा शुरू कर दी जाएगी।


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