बसों के इंतजार में ही खत्म हो जा रहा वक्त
राजधानी में बसों का संचालन शुरू होने से लोगों को राहत मिली है। लोग दिल्ली के एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी आने-जाने लगे हैं। लेकिन बसों के फेरे कम होने से बस स्टैंड पर लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
राजधानी में बसों का संचालन शुरू होने से लोगों को राहत मिली है। लोग दिल्ली के एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी आने-जाने लगे हैं। लेकिन, बसों के फेरे कम होने से बस स्टैंड पर लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में उनका काफी वक्त बसों के इंतजार में ही खत्म हो जा रहा है। वहीं, जैसे ही बस आती है तो उसमें पहले चढ़ने की होड़ में लोग शारीरिक दूरी के नियम को भूल जाते हैं और बस में भीड़ के बीच सफर तय कर रहे हैं।
दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तर खुल चुके हैं। ऐसे में कर्मचारी बसों का प्रयोग कर रहे हैं। वहीं, मेट्रो बंद होने के कारण भी लोग बसों में ही सफर तय कर रहे हैं। बस स्टैंड पर खड़े लोगों का आरोप है कि सरकार ने बस सेवा जरूर शुरू की है, जो अच्छी बात है, लेकिन बसें काफी देर बाद मिल रहीं हैं। एक घंटे तक अलग-अलग रूट पर जाने वाली बसों के इंतजार में लोग स्टैंड पर खड़े हैं। केंद्रीय सचिवालय से मयूर विहार-2 जाने वाले संदीप कुमार ने बताया कि वह आइटीओ स्थित एक कार्यालय में नौकरी करते हैं। बस से कार्यालय आते हैं। स्टैंड पर कई घंटे बस का इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि जब एक बस आती भी है तो उस ओर जाने वाले सभी लोग उसी बस में सफर करने के लिए तैयार होते हैं। ऐसे में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पाता है। वहीं, महरौली जाने वाले कपिल वर्मा ने बताया कि वह बृहस्पतिवार को कनॉट प्लेस आए थे, लेकिन बस के इंतजार में उन्हें काफी देर तक स्टैंड पर खड़ा होना पड़ा। उन्होंने मांग कि बसों की सेवाएं बढ़ाई जाएं, जिससे लोगों को परेशानी ना हो।