यात्रियों में लगी टिकट रद कराने की होड़
कोरोना संक्रमण के डर से रेलवे स्टेशनों पर सन्नाटा पसरने लगा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म जहां यात्रियों से भरे रहते थे लेकिन इन दिनों हालात बदल गए हैं। टिकट काउंटर हो या प्लेटफॉर्म पहले की तुलना बहुत कम यात्री दिखते हैं। अन्य रेलवे स्टेशनों की भी यही स्थिति है। अधिकांश रूट की ट्रेनों में सीटें खाली रह जा रही हैं। लोग टिकट रद करा रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में मार्च माह में 71 फीसद ज्यादा यात्रियों ने टिकट रद कराया है। यात्रियों की कमी की वजह से ट्रेनें रद की जा रही हैं। उत्तर रेलवे की दो दर्जन के करीब ट्रेने 31 मार्च तक निरस्त हो चुकी हैं और आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ सकती है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली
कोरोना संक्रमण के डर से रेलवे स्टेशनों पर सन्नाटा पसरने लगा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म जहां यात्रियों से भरे रहते थे, लेकिन इन दिनों हालात बदल गए हैं। टिकट काउंटर हो या प्लेटफॉर्म पहले की तुलना बहुत कम यात्री दिखते हैं। अन्य रेलवे स्टेशनों की भी यही स्थिति है। अधिकांश रूट की ट्रेनों में सीटें खाली रह जा रही हैं। लोग टिकट रद करा रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में मार्च में 71 फीसद ज्यादा यात्रियों ने टिकट रद कराए हैं। यात्रियों की कमी की वजह से ट्रेनें रद की जा रही हैं। उत्तर रेलवे की करीब 90 ट्रेनें 31 मार्च तक निरस्त हो चुकी हैं और आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ सकती है।
अधिकारियों ने बताया कि होली के बाद लगातार यात्री टिकट रद करा रहे हैं। रोजाना एक लाख से ज्यादा टिकट रद हो रहे हैं। इससे रेल प्रशासन को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। पूर्व दिशा की ट्रेनों को छोड़कर अन्य ट्रेनों में काफी संख्या में सीटें खाली रह रही हैं। श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा पर रोक लगने और श्रीनगर में पर्यटकों के आने पर पाबंदी की वजह से जम्मू की ओर जाने वाली ट्रेनें भी खाली रह रही हैं। वंदे भारत, जम्मू राजधानी, श्री शक्ति एक्सप्रेस, उत्तर संपर्क क्रांति जैसी ट्रेनों में पहले कई-कई दिनों तक कंफर्म टिकट नहीं मिलता था, लेकिन आज हालात यह है कि ट्रेन खाली चल रही हैं। अवधि- रद टिकट-किराया वापसी
1 से 18 मार्च, 2020-24 लाख-155 करोड़ रुपये
1 से 18 मार्च 2019-14 लाख-103 करोड़ रुपये
-दस लाख ज्यादा यात्रियों ने टिकट रद कराया है जिस वजह से 52 करोड़ रुपये अधिक किराया वापस करना पड़ा।