दाऊद इब्राहिम ने उप्र के शिया सेट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन को मारने की रची साजिश
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश के शिया सेट्रल वक्फ बो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उत्तर प्रदेश के शिया सेट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को मारने की साजिश रचने में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के तीन गुर्गो को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान सलीम अहमद अंसारी, अबरार और आरिफ के रूप में हुई है। तीनों आरोपित उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। तीनों गत मार्च में वसीम रिजवी के लखनऊ स्थित कार्यालय की रेकी कर चुके थे। इसी बीच स्पेशल सेल ने सूचना मिलने पर 12 अप्रैल को बुलंदशहर से तीनों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से दो पिस्टल, एक कट्टंा व 14 कारतूस बरामद हुए हैं। इनके चौथे साथी का भी पुलिस ने पता लगा लिया है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिल रही थी कि भगोड़ा दाऊद इब्राहिम भारत में अपने संपर्को के माध्यम से बड़ी वारदात करवाने की जुगत में लगा हुआ है। इसके बाद पुलिस ने उसके गुर्गो पर नजर रखनी शुरू कर दी। इसी दौरान बदमाशों की फोन पर हो रही बातचीत के आधार पर पता चला कि बुलंदशहर के कुछ बदमाश उत्तर प्रदेश के शिया सेट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की हत्या की साजिश रच रहे हैं। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम ने 12 मार्च को बुलदंशहर इलाके से सलीम अहमद अंसारी, अबरार और आरिफ को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपितों ने इस संबंध में गत मार्च में दिल्ली में बैठक की थी और बाद में रेकी के इरादे से वे 19 मार्च को लखनऊ स्थित वसीम रिजवी के कार्यालय पर भी गए थे। उनपर हमले की योजना के तहत डी कंपनी के बदमाशों ने वहां सुरक्षा प्रबंध का जायजा भी लिया था। ज्ञात हो कि वसीम रिजवी ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में बयान दिया था। इसके बाद से ही उनके पास धमकी भरे फोन आने शुरू हो गए थे। इस संबंध में लखनऊ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था।
सलीम है मास्टरमाइंड
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार सलीम अहमद वसीम रिजवी की हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड है। पहले वह सिलाई-कढ़ाई का काम करता था, लेकिन बाद में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया। उसपर लूटपाट और झपटमारी के मुकदमे दर्ज हैं। चार वर्ष वह मुंबई के आर्थर रोड जेल में भी रह चुका है। जेल से निकलने के बाद वह रियाद चला गया था। इस बीच वह भारत आता-जाता रहा।
दुबई में ली थी सुपारी
गत वर्ष दिसंबर में सलीम दुबई गया था। इसी दौरान उसकी मुलाकात दुबई में दाऊद इब्राहिम के दाहिने हाथ छोटा शकील के सहयोगी से हुई थी। उसने वसीम रिजवी को मारने के लिए तीन हजार दिरहम (53 हजार रुपये, संयुक्त अरब अमीरात की करंसी है दिरहम) पेशगी के तौर पर दिए थे। यह रकम हवाला के जरिये सलीम को मिली थी। शकील के सहयोगी ने सलीम से कहा था कि पहला विकेट गिराओ मालामाल कर देंगे। इसके बाद इस वर्ष मार्च में इस साजिश को अंजाम देने के लिए वह भारत आ गया और यहां उसने अपने साथियों आरिफ और अबरार से संपर्क किया। बता दें कि छोटा शकील ¨हदू महासभा के स्वामी चक्रपाणि और जाने-माने लेखक तारिक फतेह को भी धमकी दे चुका है।
अबरार ने उपलब्ध कराए थे हथियार
अबरार दिल्ली की ओखला मंडी में एक व्यापारी के यहां 15 वर्ष काम कर चुका है। बाद में वह गांव चला गया था। वर्ष 2017 में हत्या के प्रयास के एक मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हाल ही में वह जेल से छूटकर बाहर आया था। उसने ही अपने संपर्क के माध्यम से सलीम को हथियार इत्यादि उपलब्ध करवाया था। आरिफ पहले वेल्डिंग का काम करता था। वर्ष 2016 में हत्या के प्रयास के मामले में इसे गिरफ्तार किया गया था। दाऊद के तीनों गुर्गो को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
जासं, नई दिल्ली : पटियाला हाउस कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के शिया सेट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को जान से मारने की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के तीन सहयोगियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट दीपक शेरावत की अदालत में याचिका दायर कर दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के लिए तीनों आरोपितों आरिफ, अबरार और सलीम अहमद अंसारी की पांच दिन की हिरासत मांगी थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया।