वैलेंटाइन डे ने कपिल ने पूछा सबसे बड़ा सवाल, बताओ- केजरीवाल ईमानदार या भ्रष्ट
'आप' के तीन साल पूरे होने पर कपिल ने ट्वीट कर पूछा है कि केजरीवाल ईमानदार हैं या भ्रष्ट।
नई दिल्ली [जेएनएन]। सियासत में न कोई स्थायी दोस्त होता है और न दुश्मन। अपनी सुविधा के हिसाब से सियासत में दोस्त व दुश्मन बदलते रहते हैं। इस वेलेंटाइन डे पर दिल्ली की सियासत में भी इसकी झलक देखने को मिल रही है। पिछले दो वर्षों तक भाजपा पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल सरकार की उपलब्धियां गिनाने वाले पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा विरोधी पाले में खड़े नजर आ रहे हैं। वह भाजपा नेताओं के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की पोल खोले रहे हैं इससे इस गुलाबी मौसम में नए सियासी समीकरण के भी संकेत मिल रहे हैं।
केजरीवाल ईमानदार या भ्रष्ट
दिल्ली सरकार के तीन साल पूरे होने पर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने है। सरकार जहां अपनी उपलब्धियां गिना रही है, वहीं विपक्ष इसे हर मोर्चे पर नाकाम बताने में लगा है। सरकार के एक व दो वर्ष पूरे होने पर भी कुछ ऐसा ही माहौल था। इसमें एक बदलाव सिर्फ यह हुआ है कि केजरीवाल के करीबी और भाजपा के विरोधी कपिल मिश्रा की भूमिका बदली हुई है। हालांकि, वह पिछले कई महीनों से 'आप' सरकार की पोल खोलने में लगे हुए हैं। लेकिन इस वेलेंटाइन डे के दिन वह अपनी सियासी मोहब्बत को बदलते हुए भाजपा नेताओं के साथ खड़े होकर राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं। 'आप' के तीन साल पूरे होने पर कपिल ने ट्वीट कर पूछा है कि केजरीवाल ईमानदार हैं या भ्रष्ट।
बदल सकते हैं सियासी समीकरण
भाजपा ने भी 'आप' को घेरने के लिए वेलेटाइन डे- दिल्ली, केजरीवाल और धोखा नाम से कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम में लोगों को मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादे और उनकी हकीकत की जानकारी दी जाएगी। भाजपा नेताओं का कहना है कि दिल्लीवासियों को तीन वर्षों में सिर्फ निराशा हाथ लगी है। कार्यक्रम से 'आप' सरकार को असहज करने की कोशिश होगी। इसके साथ ही इससे दिल्ली के सियासी समीकरण में बदलाव की भी संभावना बताई जा रही है।
दिल्ली के हित में विरोध जरूरी
अक्सर कपिल मिश्रा अकेले ही 'आप' सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते रहे हैं, लेकिन अब वह भाजपा नेताओं के साथ मिलकर सियासी लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि दिल्ली में 20 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की संभावना जताई जा रही है। वहीं, इस बारे में सिरसा का कहना है कि दिल्ली के हित में केजरीवाल सरकार का विरोध जरूरी है। इसमे वह किसी का भी साथ लेने को तैयार हैं। उन्होंने 'आप' नेता कुमार विश्वास को भी कार्यक्रम में शामिल होने का संदेश भेजा है।
कांग्रेस ने भी 'आप' को घेरा
भाजपा के अलावा कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी पर सीधा वार किया है। प्रदेश कांग्रेस में महिला मोर्चा की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने केजरीवाल सरकार को महिला सुरक्षा के मुद्दे पर नाकाम सरकार बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में केजरीवाल सरकार में कोई महिला किसी मंत्री पद पर नहीं रही। महिला और बाल कल्याण मंत्री के सेक्स स्कैंडल में फंसने के बाद इस पर कोई मंत्री नहीं आया। यही नहीं पंजाब चुनाव मेंं भी इनके नेताओं पर यौन प्रताड़ना के आरोप लगे थे।
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