पूर्व प्रेमिका का हाथ पकड़ा तो मच गया हंगामा, प्रेमी धरा गया
करीब सात साल तक साथ रहने के बाद मणिपुर की रहने वाली महिला डॉक्टर लिवइन पार्टनर से अलग हो गई। इसके बावजूद महिला का पूर्व पार्टनर उसे भुला नहीं पाया और तंग करने लगा। वह सरेराह महिला का रास्ता रोक लेता और हाथ पकड़कर लोगों के बीच शर्मिंदा करने लगता।
नई दिल्ली [संदीप गुप्ता] । करीब सात साल तक साथ रहने के बाद मणिपुर की रहने वाली महिला डॉक्टर लिवइन पार्टनर से अलग हो गई। इसके बावजूद महिला का पूर्व पार्टनर उसे भुला नहीं पाया और तंग करने लगा। वह सरेराह महिला का रास्ता रोक लेता और हाथ पकड़कर लोगों के बीच शर्मिंदा करने लगता। इस पर महिला ने पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि मामला जमानती धाराओं में होने के चलते उसे थाने से ही छोड़ दिया गया। आरोपी पर आइपीसी की धारा 354 डी (पीछा करना), 506 (धमकी देना), 509 (छेड़छाड़), 341 (रास्ता रोकना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी युनमम तोंबा सिंह (30) मणिपुर के इंफाल वेस्ट का रहने वाला है। वह एमबीबीएस कर रहा है। पीडि़ता और युवक मणिपुर के ही एक मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने के दौरान मिले थे। दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई। बाद में दोनों दिल्ली शिफ्ट हो गए और रोहिणी सेक्टर-पांच में साथ रहने लगे।
पीडि़ता गुरुनानक-आई अस्पताल में आंखों की डॉक्टर है। उसने शिकायत में बताया कि करीब सात साल साथ रहने के बाद उनके रिश्ते में खटास आ गई थी, जिससे वे अलग हो गए। इसके बावजूद युनमम उसे परेशान करता था। वह अक्सर उसका पीछा कर रास्ते में रोक लेता था। मना करने पर अभद्र व्यवहार करता। बृहस्पतिवार शाम करीब पांच बजे पीडि़ता अस्पताल में काम करने के बाद बाहर निकली थी, तभी आरोपी ने उसका पीछा किया।
आइपी इस्टेट इलाके में पहुंचने पर उसने युवती का रास्ता रोक लिया। दोनों के बीच झगड़ा हुआ। युनमम ने उसके साथ छेड़छाड़ की और जान से मारने की धमकी दी। पीडि़ता ने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पीडि़ता ने केवल पीछा कर परेशान करना व छेड़छाड़ की बात कही है। सात साल तक लिवइन रिलेशन में रहने के बाद अलग होने पर वह चाहे तो दुष्कर्म की शिकायत दे सकती है, फिलहाल उसने ऐसी कोई शिकायत नहीं दी है।