कोरोना से बचाने के लिए जेल में कैदियों को दिया जा रहा काढ़ा
दिल्ली की जेलों में कोरोना वायरस के दस्तक देने के बाद अब जेल प्रशासन को इस बात की चिता सताने लगी है कि वायरस के प्रकोप से कैदियों को कैसे बचाया जाए। तमाम उपायों के बीच अब जेल प्रशासन कैदियों को काढ़ा दे रहा है। जेल प्रशासन को उम्मीद है कि अदरक काली मिर्च व अन्य मसालों को मिलाकर बनाए गए काढ़े के सेवन से कैदियों की बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी जिससे वे कोरोना से बचे रहेंगे।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : दिल्ली की जेलों में कोरोना वायरस के दस्तक देने के बाद अब जेल प्रशासन को इस बात की चिता सताने लगी है कि वायरस के प्रकोप से कैदियों को कैसे बचाया जाए। तमाम उपायों के बीच अब जेल प्रशासन कैदियों को काढ़ा दे रहा है। जेल प्रशासन को उम्मीद है कि अदरक, काली मिर्च व अन्य मसालों को मिलाकर बनाए गए काढ़े के सेवन से कैदियों की बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी जिससे वे कोरोना से बचे रहेंगे।
जेल सूत्रों का कहना है कि प्रशासन को तब इस मामले में सबसे ज्यादा चिता हुई जब जेल के एक कर्मचारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई, लेकिन उनमें ऐसे कोई लक्षण नहीं पाए गए जिससे कि वे कोरोना संक्रमित लगते। कोई भी लक्षण नजर नहीं आने का मतलब यह है कि कौन कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति किसके संपर्क में है, इसे आप पता नहीं कर सकते। ऐसे में जेल प्रशासन को तमाम उपायों के साथ-साथ कैदियों की बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का विचार आया। इसके बाद आयुष के चिकित्सकों के परामर्श के बाद जेल में कैदियों के लिए काढ़ा बनाना शुरु किया गया।
जेल सूत्रों का कहना है कि इसके अलावा प्रशासन कैदियों के खानपान में कुछ ऐसे बदलाव भी करने की सोच रहा है जिससे स्वास्थ्य दुरुस्त रहने के साथ-साथ प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़े। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि कुछ कैदियों को जेल में दूध व हल्दी का घोल भी दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना के खतरे से कैदियों को बचाने के लिए इन सबके अलावा भी जेल प्रशासन की ओर से कई उपाय किए गए हैं। इसके तहत जेल में आइसोलेशन वार्ड, नए कैदियों के लिए क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। कैदियों को हैंड सैनिटाइजर व मास्क भी दिए गए हैं। इसके अलावा जेल परिसर को समय-समय पर सैनिटाइज भी किया जा रहा है।