मानसून में एक हजार औषधीय पौधे लगाने का लक्ष्य : श्याम मिश्रा
मानसून को देखते हुए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम इलाके में पौधारोपण अभियान चला रहा है। इसके तहत हर वार्ड में जगह को चिन्हित कर वहां पर हरियाली लगाई जा रही है जिससे कि प्रदूषण से मुक्ति मिल सके। इसी के तहत हमने मोहन गार्डन वार्ड में एक हजार औषधीय पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसकी शुरुआत रविवार से ही हो गई है। स्थानीय आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर यह अभियान चलाया जा रहा है। मोहन गार्डन वार्ड के निगम पार्षद श्याम मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र को हरा भरा रखने का लोग संकल्प ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : मानसून को देखते हुए दक्षिणी दिल्ली निगम में पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत हर वार्ड में जगह को चिन्हित कर हरियाली लगाई जा रही है, जिससे कि प्रदूषण से मुक्ति मिल सके। इसी के तहत हमने मोहन गार्डन वार्ड में एक हजार औषधीय पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसकी शुरुआत रविवार से ही हो गई है। स्थानीय आरडब्ल्यूए के साथ मिलकर यह अभियान चलाया जा रहा है।
मोहन गार्डन वार्ड के पार्षद श्याम मिश्रा ने कहा कि क्षेत्र को हरा-भरा रखने का लोग संकल्प ले रहे हैं। वार्ड में साफ-सफाई को बेहतर बनाने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को भी इस दिशा में जागरूक किया जा रहा है। निगम की ओर से लोगों को घर में गीले व सूखे कूड़े को अलग-अलग रखने के लिए अपील की जा रही है। लोग भी इसमें साथ दे रहे हैं। आने वाले समय में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। मोहन गार्डन वार्ड में मानसून से पहले करीब 90 फीसद नालियों की सफाई हो गई है। नालियों से गंदगी निकालकर इसे सड़क से भी हटाया जा रहा है, जिससे कि फिर से ये गंदगी नाली में नहीं चली जाए। नालियों की सफाई कार्य का मैं खुद निरीक्षण कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा इलाके में स्ट्रीट लाइटों को लगाने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे कि इलाके में एक भी डार्क स्पॉट नहीं रहे। निगम के पास अभी पैसों की कमी है, ऐसे में सीमित संसाधन के साथ ही विकास कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। पैसे की कमी के कारण नई योजनाओं पर काम नहीं किया जा रहा है। जब तक दिल्ली सरकार पैसे नहीं देगी, तब तक नए विकास कार्य संभव नहीं हैं। वहीं, बदल रहे मौसम के मद्देनजर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। निगम स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर कूलर के सफाई का निरीक्षण कर रही है। साथ ही लोगों को दवाइयां भी वितरित की जा रही है। नालियों में भी दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि मच्छरों से बचाव हो।