वसुधैव कुटुंबकम की राह पर चलता है भारत : सुषमा
-विश्व संस्कृति दिवस के उपलक्ष्य में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक अंतरर
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
विश्व संस्कृति दिवस के उपलक्ष्य में अब हर साल 21 मई को पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। भारतीय सांस्कृति संबंध परिषद द्वारा आयोजित पहले व्याख्यान की शुरुआत चाणक्यपुरी स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संबोधन से हुई। कूटनीति के मधुर पहलू : भारत का सामर्थ्य विषय पर सोमवार शाम आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर, आइसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे, निदेशक रीवा गांगुली मौजूद थीं।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, वसुधैव कुटुंबकम की राह पर चलता है। कूटनीति का मधुर पहलू (सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी) विषय अंतरराष्ट्रीय पटल पर बहुत पुराना नहीं है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह चर्चा चल रही थी कि कूटनीति को कई पहलू प्रभावित करते हैं। इसी दौरान इस शब्द का उपयोग होने लगा। यदि हम सॉफ्ट पावर का अर्थ देखें तो सॉफ्ट का अर्थ नरम, कोमल पता चलता है जबकि इसी तरह पावर के भी अलग अर्थ होते हैं। यानी दोनों शब्दों का तालमेल नहीं है। ऐसे में यह शब्द क्यों गढ़ा गया। दरअसल, डिप्लोमेसी आमतौर पर हार्ड कोर और सॉफ्ट पावर की राह पर चलती है। हार्ड कोर डिप्लोमेसी दो देशों की सरकारों के बीच होती है। जबकि सॉफ्ट पावर में सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। यह परस्पर व्यक्तियों के बीच संबंधों पर आधारित होती है। विदेश मंत्री ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के संदेशों की वर्तमान में प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला।