Delhi News: दिल्ली के इन बाजारों पर 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी केजरीवाल सरकार, बाजार संगठनों से मांगे थे सुझाव
Delhi News इसी क्रम में बाजार संगठनों से सरकार ने सुझाव मांगें थे। अब आगे बढ़ते हुए बाजारों के चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डिवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीटीटीडीसीएल) ने आठ सदस्यीय समिति का गठन किया है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। दिल्ली सरकार के महत्वाकांक्षी बाजारों के विकास की परियोजना को लेकर गठित चयन समिति की पहली बैठक कल दिल्ली सचिवालय में होगी। इस समिति द्वारा प्रथम चरण में विकास के लिए पांच बाजारों का चयन किया जाएगा। मामले के जानकारों के मुताबिक इसमें कमला नगर, लाजपत नगर, नेहरू प्लेस, सरोजनी नगर, राजौरी गार्डन, ग्रेटर कैलाश व खारी बावली को तरजीह मिल सकती है, हालांकि, जरूरी यह है कि इन बाजारों के कारोबारी संगठनों ने इसके लिए पहले से इंटरनेट माध्यम से इसके लिए आवेदन कर रख हो। वैसे, इसके लिए 50 से अधिक दिल्ली के प्रमुख मार्केट संगठनों से सुझाव, प्रस्ताव और प्रार्थना पत्र मिले हैं, जो अपने बाजारों का कायाकल्प चाहते हैं।
इस बार के बजट को दिल्ली सरकार ने रोजगार बजट नाम दिया था तथा बाजारों के विकास के साथ कारोबार बढ़ाने के लिए उत्सवों के आयोजन के बजट आवंटित किए हैं। पहले चरण में कुल पांच बाजारों का विकास किया जाना है। इसके लिए कुल 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी क्रम में बाजार संगठनों से सरकार ने सुझाव मांगें थे। अब आगे बढ़ते हुए बाजारों के चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली टूरिज्म एंड ट्रांसपोर्टेशन डिवलेपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीटीटीडीसीएल) ने आठ सदस्यीय समिति का गठन किया है।
इसमें लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली जल बोर्ड व प्लानिंग एवं आर्किटेक्ट के अधिकारियों के साथ साथ व्यापारियों के प्रतिनिधि के तौर पर चैंबर आफ ट्रेड एंड इडंस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल व शापिंग सेंटर एसोसिएशन (एससीए) के सदस्य हर्षवर्धन बंसल को शामिल किया गया है।
बृजेश गोयल ने बताया कि समिति की पहली बैठक 17 मई को सचिवालय में होगी। समिति बाजार संगठनों से मिले सुझावों पर विचार करेगी और 20 मई को इस संबंध में एक रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया को सौंपेगी। बाजारों के चयन में इस समिति की भूमिका अहम रहने वाली है। वैसे, इससे पहले मनीष सिसोदिया खुद भी करीब 70 बाजार संगठनों के प्रतिनिधियों से सीधे मुलाकात कर राय-मशविरा कर चुके हैं।