फ्लाईओवर के नीचे से करते हैं सड़क पार, पैदल पथ बेकार
शुजाउद्दीन पूर्वी दिल्ली आम जनता की गाढ़ी कमाई को सरकारी विभाग किस तरह से बर्बाद करते हैं यह नजारा शाहदरा जीटी रोड पर सीलमपुर लाल बत्ती के पास बने पैदल पार पथ में देखने को मिलता है। 2004 में यह पैदल पार पथ बनाया गया था लेकिन राहगीरों ने इसका इस्तेमाल ही नहीं किया। असामाजिक तत्वों को रहने के लिए नया ठीकाना मिल गया था। हार कर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को पैदल पार पथ के दरवाजे पर ताला लगाना पड़ा। तब से लेकर अब तक इसका ताला खुला नहीं। लोग फ्लाईओवर के नीचे से ही रोड को पार करते हैं।
शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली
शाहदरा जीटी रोड पर 2004 में सीलमपुर लाल बत्ती के पास राहगीरों की सुविधा के लिए पैदल पार पथ का निर्माण किया गया। इस पर करीब 70 लाख रुपये की लागत आई, इसके बावजूद इसका राहगीरों ने कभी इस्तेमाल नहीं किया। इसका फायदा उठाते हुए असामाजिक तत्वों ने इसे ठिकाना बना लिया। यह देख लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने पैदल पार पथ के दरवाजे पर ताला लगा दिया, जो अब तक नहीं खुला है। लोग फ्लाईओवर के नीचे से ही सड़क पार करते हैं।
करीब 70 लाख रुपये की लागत से इसे पीडब्ल्यूडी ने बनाया था। उस वक्त दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित थीं। सीलमपुर के तत्कालीन विधायक मतीन अहमद ने इसे बनाने का विरोध किया था, लेकिन सरकार व विभाग ने उनकी एक न सुनी।
मतीन अहमद ने बताया कि इस पैदल पार पथ के नीचे दुकानें बनी हुई हैं। पीडब्ल्यूडी उन दुकानों को किराये पर देकर राजस्व प्राप्त कर सकता है। पैदल पथ के लिए पीडब्ल्यूडी ने गलत जगह का चुनाव किया, यह पथ गुरुद्वारे के पास बनना चाहिए था। राहगीरों ने जब इसका इस्तेमाल नहीं किया तो पीडब्ल्यूडी ने बंद कर दिया। आज भी राहगीर फ्लाईओवर के नीचे वाहनों के बीच से सड़क पार करते हैं और हादसे का शिकार होते हैं। गोकलपुरी में असामाजिक तत्व का अड्डा बना
वजीराबाद रोड स्थित गोकलपुरी में बने पैदल पार पथ को देखकर लोग दंग रह जाते हैं, क्योंकि इसका इस्तेमाल करने के बाद भी लोगों को वाहनों के बीच से सड़क पार करनी पड़ती है। यह 1995 में बना था। कुछ वर्षो के बाद यहां फ्लाईओवर बन गया और सड़क चौड़ी हो गई। पैदल पार पथ के बराबर में पीडब्ल्यूडी ने सड़क बनाई। इसमें दरवाजे नहीं लगे हैं। इस कारण असामाजिक तत्व दिन-रात यहां शराब पीते हैं।