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पर्यावरण व कोरोना संकट पर वक्ताओं ने रखे विचार

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कैर गांव स्थित भगिनी निवेदिता कॉलेज की ओर से तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार वसुधैव कुटुम्बकम का आयोजन किया। जिसमें प्रकृति और कोरोना वायरस संकट के बारे में चर्चा की गई

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 10:53 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 10:53 PM (IST)
पर्यावरण व कोरोना संकट पर वक्ताओं ने रखे विचार
पर्यावरण व कोरोना संकट पर वक्ताओं ने रखे विचार

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कैर गांव स्थित भगिनी निवेदिता कॉलेज की ओर से तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार 'वसुधैव कुटुम्बकम' का आयोजन किया। जिसमें प्रकृति और कोरोना वायरस संकट के बारे में चर्चा की गई। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के रॉक स्टार रजत राठौर, पशु प्रेमी नेहा तोमर व कोरोना वॉरियर संतोष बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रही। इस दौरान कॉलेज प्राचार्य डॉ. चारू शर्मा, कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विशाल चौधरी, डॉ. पूर्णिमा ढाल व डॉ. सुषमा राणा भी उपस्थित रही।

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फरीदाबाद स्थित ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टैक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट की कार्यकारी निदेशक प्रो. जी कंग ने कोरोना वायरस, इसकी जांच प्रक्रिया व वैक्सीन के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि कोरोना के खिलाफ जंग में भारत किस तरह से काम कर रहा है और किन-किन पायदान पर उसे काम करने की जरूरत है। कोरोना से निपटने के लिए किस-किस आयाम पर काम करने की जरूरत है, इस पर भी उन्होंने अपने विचार रखे। वहीं दूसरे सत्र में गार्गी कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. वंदना लूथरा व नेपाल स्थित युनिग्लोब कॉलेज से प्रो. राधे एस प्रधान मौजूद रहे। जिसमें डॉ. वंदना ने प्रदूषण की स्थिति पर अपने विचार रखे तो वहीं प्रो. राधे एस प्रधान ने बताया कि नेपाल कैसे कोरोना महामारी से निपट रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को जरूरत है कि वे एक-दूसरे के प्रयास से सीख लेते हुए कोरोना से उबरने के लिए उसे अपने देश में भी लागू करें। इसके बाद मुंबई यूनिवर्सिटी में मास मीडिया विभाग से प्रो. सुंदर राजदीप ने बताया कि मुंबई में जिन-जिन क्षेत्रों को रेड जोन बनाया गया है वहां क्या स्थिति है। इसके अलावा कोरोना के चलते शिक्षा संस्थानों के लिए क्या-क्या चुनौती है। मुंबई स्थित टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान से प्रो. विवेक ने पर्यावरण को बचाने में नैनो प्रौद्योगिकी का कैसे प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई गणमान्य लोगों ने अपने विचार रखे। इस दौरान वेबिनार से जुड़े विद्यार्थियों ने अपने प्रश्न भी वक्ताओं के समक्ष रखे।


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