दिल्ली के लाखों पैदल यात्रियों के लिए खुशखबरी, जल्द मिलेगी यह सुविधा, मजेदार होगा सफर
Facility for bicycle riders and Pedestrians in Delhi उपराज्यपाल ने डीडीए की पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए बनाई गई परियोजना ‘द दिल्ली साइकिल वॉक’ को लेकर एक बैठक की।
नई दिल्ली, जेएनएन। Facility for bicycle riders and Pedestrians in Delhi: पैदल यात्रियों और साइकिल सवारों को सुरक्षित एवं सुगम सफर की सुविधा प्रदान करने के लिए एक अलग कॉरीडोर बनेगा। यह कॉरिडोर दिल्ली के चारों ओर एक रिंग रोड की तरह से होगा। इससे मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड, अधिक घनत्व वाले रिहायशी क्षेत्र, व्यावसायिक क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र, शैक्षिक क्षेत्र और मनोरंजन के क्षेत्र भी जुड़े होंगे।
समीक्षा बैठक में उठा मुद्दा
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए बनाई गई परियोजना ‘द दिल्ली साइकिल वॉक’ को लेकर एक समीक्षा बैठक की। इसमें डीडीए उपाध्यक्ष, लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। डीडीए ने योजना पर विस्तृत प्रजेटेंशन दिया। परियोजना के पहले चरण में लगभग 33 किमी लंबे कॉरिडोर में चार कॉरिडोर होंगे जो तुगलकाबाद, ग्रेटर कैलाश, नेहरू प्लेस, दिल्ली सचिवालय और कई अन्य मुख्य जगहों को जोड़ेंगे। यह कॉरिडोर गतिशीलता के लिए एक हरित और सुरक्षित विकल्प होगा, जो शहर की सड़कों पर वाहनों के भार को कम करेगा और लास्ट माइल कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगा।
दोनों ट्रैकों के आसपास होगी हरियाली
यह नागरिकों को लास्ट माइल आवागमन पर पैसे बचाने की अनुमति भी देता है, जो वर्तमान में प्रति किमी सबसे महंगा है। सुगम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रारंभ-अंतिम स्थलों को एक दूसरे से इंटरलिंक्ड करने का प्रस्ताव है। भूतल और ऊपरगामी दोनों ट्रैकों के आसपास हरियाली होगी। कुछ जगहों, जहां पर हरित मास्टर प्लान पर इसकी सुविधा नहीं है वहां मास्टर प्लान रोड़ के किनारे ऊपरगामी ट्रैक की योजना है।
पूरा चक्र होगा सुविधाजनक
इस योजना को मेट्रो स्टेशन, बस स्टेशन और किराये पर मोटर साइकिल लेने के विकल्प से जोड़ने के कारण पूरा चक्र सुविधाजनक हो जाएगा और प्रारंभिक प्वाइंट से अंतिम स्थल तक की लाइनों की इच्छा भी पूरी होगी। बैठक में उपराज्यपाल ने डीडीए उपाध्यक्ष तरूण कपूर को सलाह दी कि वह विशेषज्ञों से सहयोग लें। पुरातत्व विभाग और वन विभाग इस योजना का विस्तृत खाका तैयार करें और इसके निष्पादन के लिए तैयारी करें।