सी¨लग के डर से लोग खुद खाली करने लगे फैक्ट्रियां
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में रिहायशी इलाकों में चल रहीं फैक्ट्रियों के सी¨लग अभियान के चलते मालिक खुद ही फैक्ट्रियों को खाली करने में जुटे हुए हैं। सोमवार को निगम दस्ते ने 30 जगहों पर सर्वे किया, जिनमें से तीन को छोड़कर फैक्ट्रियां खाली मिलीं।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : पूर्वी दिल्ली नगर निगम में रिहायशी इलाकों में चल रही सी¨लग अभियान के चलते मालिक खुद ही फैक्ट्रियों को खाली करने में जुटे हुए हैं। सोमवार को निगम दस्ते ने 30 जगहों पर सर्वे किया, जिनमें से तीन को छोड़कर सभी फैक्ट्रियां खाली मिलीं। खाली मिली फैक्ट्रियों को सील नहीं किया गया। उनसे जुर्माना व शपथपत्र लिया जाएगा। अब तक निगम की ओर से 55 फैक्ट्रियां सील की जा चुकी हैं। 500 फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है।
सोमवार को शाहदरा दक्षिणी जोन में विश्वास नगर, गांधी नगर, जगतपुरी तथा विवेक विहार में निगम की छह टीमें सर्वे और सी¨लग की कार्रवाई के लिए निकली थीं। इन इलाकों में 23 फैक्ट्रियों का सर्वे किया गया, जिनमें दो जगहों पर फैक्ट्री चलते हुए पाई गईं। जिन्हें सील कर दिया गया। इस जोन में 330 फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी है।
शाहदरा उत्तरी जोन में सोमवार को ज्योति नगर इलाके में एक फैक्ट्री सील की गई। यहां छह फैक्ट्रियां खाली पाई गईं। इस जोन में 170 फैक्ट्रियों पर 30 जून तक कार्रवाई की जानी है। दिल्ली सरकार के 2004 के सर्वे में सात हजार फैक्ट्रियां रिहायशी इलाके में चलते हुए पाई गई थीं, जिन्हें वैकल्पिक प्लॉट नहीं दिए जा सके थे। उद्योग विभाग के आदेश पर पूर्वी निगम ने फिर से सर्वे किया तो 500 फैक्ट्रियां चलते हुए मिलीं। इन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
निगम अधिकारियों का कहना है कि गणतंत्र दिवस समारोह व सुरक्षा की वजह से पुलिस बल मिलने में कठिनाई आ रही है। इसकी वजह से निगम दस्ता अपनी क्षमता के अनुसार काम नहीं कर पा रहा है। फिर भी जितने पुलिसकर्मी मिल रहे हैं, उसके अनुसार कार्य किया जा रहा है।