सफाईकर्मी 20 से करेंगे भूख हड़ताल, बढ़ेगी मुसीबत
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : खराब आर्थिक हालातों का सामना कर रही उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निग
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
खराब आर्थिक हालातों का सामना कर रही उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम की आने वाले दिनों में मुसीबतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि एक के बाद एक अनुबंध कर्मी स्थायी नौकरी की मांग के लिए आंदोलन शुरू कर रहे हैं। निगम मुख्यालय सिविक सेटर पर डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) की भूख हड़ताल के बीच 20 मार्च से सफाई कर्मचारियों ने भी भूख हड़ताल की घोषणा कर दी है। निगम के कामकाज के लिहाज से सफाई कर्मचारी एवं डीबीसी वर्कर काफी अहम होते हैं, क्योंकि मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम में डीबीसी वर्करों को बड़ी जिम्मेदारी होती है। वे समय-समय पर घरों में जाकर मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम में मदद करते हैं तो वहीं सफाईकर्मी भी गली-मोहल्लों की सफाई करते हैं, जिससे स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाने में मदद मिलती है। ऐसे में इन दोनों विभागों के कर्मचारियों की हड़ताल से निगम को परेशानी हो सकती है।
एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष बुद्धराम ने बताया कि तीनों निगमों में लगभग 3500 डीबीसी कर्मचारी कार्यरत हैं। लगभग 21 वर्ष से नौकरी कर रहे इन कर्मचारियों को निगम की ओर से नियमित नहीं किया जा रहा है। पिछले वर्ष भी कर्मचारियों ने आंदोलन किया था, लेकिन तीनों निगमों के आयुक्तों ने उन्हें जल्द इस पर कार्य करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया था, लेकिन सात माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से फिर से आंदोलन शुरू किया गया है। इस बार बिना नियमतीकरण हुए आंदोलन स्थगित नहीं किया जाएगा। कर्मचारियों के आंदोलन का आम आदमी पार्टी के नेताओं ने समर्थन किया है।
नियमतीकरण की मांग को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की आयुक्त मधुप व्यास के साथ हुई बैठक बेनतीजा रही। कर्मचारियों का कहना है कि निगमायुक्त से उन्हें नियमित करने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। इसके बाद वे 20 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे। म्यूनिसिपल सफाई कामगार काग्रेस यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर गागट ने बताया कि सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधिमंडल की निगमायुक्त मधुप व्यास से मुलाकात हुई थी। इसमें प्रतिनिधिमंडल ने वर्षो से कार्य कर रहे सफाई कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की। साथ ही सफाई कर्मचारियों को मेडिकल की सुविधा व बकाया एरियर देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन कोई ठोस आश्वासन न मिलने की वजह से वे 20 मार्च से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने जा रहे हैं।