थम नहीं रहा कूड़ा जलाने का सिलसिला
जागरण संवाददाता बाहरी दिल्ली राजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एराजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हुए दस दिन से ज्यादा हो चुके हैं बावजूद इसके कूड़ा जलाने का सिलसिला थम ही नहीं रहा है।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली:
राजधानी दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू हुए दस दिन से ज्यादा हो चुके हैं, बावजूद इसके कूड़ा जलाने का सिलसिला थम ही नहीं रहा है। इसके अलावा उड़ती धूल भी आग में घी डालने का काम कर रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सोमवार को बाहरी दिल्ली के सभी हिस्सों की हवा खतरनाक स्थिति में बनी रही। सोमवार को रिठाला मेट्रो स्टेशन के पास सड़क किनारे कूड़े में आग लगा दी गई। यह आग कई घंटों तक जलती रही और प्रदूषण फैलता रहा। देर रात तक आग को नहीं बुझाया गया था। इससे पहले भी किराड़ी, हेलीपोर्ट के पास, मुंगेशपुर गांव आदि जगह पर आग लगने की घटना सामने आ चुकी है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच इस तरह की लापरवाही बढ़ती ही जा रही है।
इसी तरह रविवार को मुंडका-कराला रोड पर अंडरपास के पास खाली जगह पर पड़े कूड़े में आग लगा दी गई थी। यह आग मुख्य सड़क के इतने पास लगाई गई थी कि वाहन चालकों को सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होंने काफी मुश्किल से सड़क पार की। लोगों को सांस लेने तक में परेशानी हुई। प्रदूषण बढ़ा रही सड़कों पर उड़ती धूल
बाहरी दिल्ली में सड़कों पर उड़ती धूल प्रदूषण बढ़ा रही है। इसको लेकर कोई पु्ख्ता इंतजाम नहीं किए जा रहे। सोमवार को बवाना- कंझावला रोड, पूठ खुर्द से कंझावला-बवाना रोड, कराला-कंझावला रोड, पीरागढ़ी-रोहतकरोड आदि जगह धूल ही धूल नजर आई। हालांकि कुछ सड़कों पर अव्यवस्थित तरीके से पानी का छिड़काव किया जा रहा था, जो कारगर साबित नहीं हो रहा था। वजीरपुर की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही
404 एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) के साथ वजीरपुर की हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित रही। वहीं नरेला में सबसे कम प्रदूषण दर्ज किया गया, हालांकि यह भी खतरनाक स्थिति में रहा। ऐसी रही हवा की स्थिति
क्षेत्र ---- एक्यूआइ नरेला 362
रोहिणी 363
अलीपुर 368
बवाना 394
मुंडका 396
जहांगीरपुरी 399
वजीरपुर 404 (नोट: आंकड़े शाम पांच बजे तक के)