Move to Jagran APP

पहली बार वैश्विक पटल पर पहचान से जाना जा रहा भारत: मनमोहन वैद्य

फोटो: 22 डेल 115 व 117 - प्रकाशन के 70 वर्ष पूरे होने पर पांचजन्य व ऑर्गनाइजर के विशेष

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Jan 2018 11:53 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jan 2018 11:53 PM (IST)
पहली बार वैश्विक पटल पर पहचान से जाना जा रहा भारत: मनमोहन वैद्य
पहली बार वैश्विक पटल पर पहचान से जाना जा रहा भारत: मनमोहन वैद्य

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

loksabha election banner

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा कि आज पहली बार भारत वैश्विक पटल पर अपनी मूल पहचान से जाना जा रहा है। मतलब भारत जो है, वह नहीं है और ऐसा कहने वाले व खुद को उदार बताने वाले लोग भारत की बात करने वालों के प्रति उतने ही कट्टर थे।

वैद्य नेहरू स्मारक एवं पुस्तकालय में 70 वर्ष पूरे होने पर पांचजन्य व ऑर्गनाइजर के विशेष अंक के विमोचन के दौरान संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण व कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, भारत प्रकाशन के प्रबंध निदेशक व दिल्ली के सह संघचालक आलोक कुमार, भारत प्रकाशन के समूह संपादक जगदीश उपासने के साथ दोनों पत्रिकाओं के संपादक व पूर्व संपादक भी मौजूद थे।

मनमोहन वैद्य ने अभारतीय व भारतीय मानकों को परिभाषित करते हुए कहा कि अभारतीय एक ऐसा समूह है जो भारत को तोड़ने की कोशिशों में जुटा है। पहले यह अंदर से मिले थे। अब इनकी संयुक्त साजिश खुलकर सामने आ गई है। उन्होंने जेएनयू को अभारतीय और बीएचयू को भारत के अध्यात्म आधारित जीवन पद्धति को आगे बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने दोनों पत्रिकाओं को संघ का मुखपत्र बताए जाने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि संघ में ऐसी परंपरा नहीं रही है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ लोग ऐसा समझते हैं कि उन्हें निर्भीक पत्रकारिता, बोलने की आजादी और धर्मनिरपेक्षता को परिभाषित करने का खिताब प्राप्त है, लेकिन उन्हें यह स्पष्ट तौर पर समझना चाहिए कि बोलने की आजादी के नाम पर देश को तोड़ने वाली शक्तियों को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने छद्म धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के बारे में आज की युवा पीढ़ी को जागरूक करने पर बल दिया। आलोक कुमार ने कहा कि जब भी राष्ट्रवादी व रचनात्मक कार्यो के आंदोलन के साथ संघ के प्रवाह को जानना समझना होगा तो भारत प्रकाशन की दोनों पत्रिकाएं उनकी मददगार होंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.