Move to Jagran APP

बढ़ते तापमान और लू के थपेड़ों ने बढ़ाया हीट स्ट्रोक का खतरा, बरतें सावधानी

क्त्रद्बह्यद्बठ्ठद्द ह्लद्गद्वश्चद्गह्मड्डह्लह्वह्मद्ग ड्डठ्ठस्त्र द्धद्गड्डह्लह्यह्लह्मश्रद्मद्ग द्बठ्ठष्ह्मद्गड्डह्यद्गह्य ह्लद्धद्ग ह्मद्बह्यद्म श्रद्घ द्धद्गड्डह्ल ह्यह्लह्मश्रद्मद्ग ढ्डद्ग ष्ड्डह्मद्गद्घह्वद्य

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:29 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:05 AM (IST)
बढ़ते तापमान और लू के थपेड़ों ने बढ़ाया हीट स्ट्रोक का खतरा, बरतें सावधानी
बढ़ते तापमान और लू के थपेड़ों ने बढ़ाया हीट स्ट्रोक का खतरा, बरतें सावधानी

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : गर्मी ने 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, उस पर से लू के थपेड़े। ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ गया है। लू के लगने में प्रमुख कारण शरीर में नमक और पानी की कमी होना है। पसीने की शक्ल में नमक और पानी का बड़ा हिस्सा शरीर से निकलकर खून की गर्मी को बढ़ा देता है। इस स्थिति में बुखार, आंखों में जलन, सिर में भारीपन व अचानक बेहोशी भी हो सकती है। लू के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा काफी बढ़ गया है।

loksabha election banner

मोती नगर स्थित आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. शिव एन गुप्ता बताते हैं हीट स्ट्रोक गर्मियों के मौसम में एक गंभीर बीमारी है। गर्मी के मौसम में ज्यादा देर तक धूप में रहने से शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलता है। जिसके कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे खसरा, चेचक, लाल रंग के चकते और टायफाइड की समस्या हो सकती है। सिर दर्द, थकान, सुस्ती, भूख का कम होना, बदन में ऐंठन, उल्टी होना, पेट में दर्द, जलन, दस्त होना, चक्कर आना हीट स्ट्रोक के प्रमुख लक्षण है। ऐसे में तेज धूप में घर से बाहर न ही निकलें तो बेहतर है।

डॉ. शिव बताते है कि इंसान का शरीर मात्र 37 डिग्री तक तापमान सहन करने में सक्षम होता है। इससे अधिक तापमान होने पर शरीर में कई प्रकार की दिक्कत महसूस होने लगती है। हमारे शरीर की बनावट ऐसी है कि गर्मी लगने पर वह पसीने के रूप में बाहर निकलने लगती है, लेकिन हीट स्ट्रोक की स्थिति में शरीर अपने आप को ठंडा रखने की क्षमता खो देता है और शरीर का तापमान बढ़ने लगता है। हीट स्ट्रोक की स्थिति में व्यक्ति को ठंडे पानी से नहाना चाहिए, ताकि शरीर में कुछ ठंडक पैदा हो। हालांकि इस दौरान बर्फ की सेकाई करने से बचना चाहिए। हीट स्ट्रोक गर्भवती महिलाओं को भी जल्द चपेट में लेता है। दोपहिया वाहन चालकों, पैदल चलने वाले, ईंट-भट्टों व निर्माणाधीन साइटों पर काम कर रहे मजदूरों और धूप में खेलने वाले बच्चों को अधिक सावधान रहना होगा। घर से निकलते समय इन बातों का रखें ध्यान

- ढीले कपड़े पहनें, ताकि शरीर को हवा लगती रहे।

- अभी सूती कपड़े पहनना ज्यादा बेहतर होगा, सिथेटिक, पॉलिस्टर के बने कपड़े पहनने से बचें।

- घर से बाहर निकलते समय खाली पेट न निकलें, अधिक देर भूखे रहने से बचें।

- घर से बाहर निकलते समय शिकंजी, आम पन्ना, ठंडा शर्बत या पानी पी कर निकलें, साथ ही पानी की बोतल लेकर चलें।

- बहुत अधिक पसीना आने पर तुरंत ठंडा पानी न पिएं। हो सके तो लस्सी का अधिक सेवन करें।

- घर से बाहर निकलते समय शरीर को ढक कर निकलें। साथ ही छाता का प्रयोग करें।

- गहरे रंग के कपड़ों की जगह हल्के रंग या सफेद रंग के कपड़े ही पहनें।

- पेशाब पीला होने पर भरपूर पानी पिएं और जरूरी होने पर चिकित्सक से सलाह लें।

- मौसमी फलों जैसे तरबूज, खरबूजा, लीची, आम, प्याज, टमाटर का भरपूर सेवन करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.