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कोरोना को मात देने के लिए नियमित रूप से कसरत व व्यायाम जरूरी

नजफगढ़ में कैर गांव स्थित भगिनी निवेदिता कॉलेज में मंगलवार को कसरत व वजन प्रबंधन विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सउदी अरब में धारान स्थित किग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स के फिजीकल एजुकेशन विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश तोमर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इस दौरान कॉलेज की प्राचार्य डॉ. चारू शर्मा व संयोजक डॉ. ममता सहरावत भी उपस्थित रहे। वेबिनार में दिल्ली विश्वविद्यालय विभिन्न कॉलेज से प्रोफेसर और विद्यार्थियों ने भाग लिया। डॉ. राकेश ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि हमारी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। इसके लिए खान-पान के साथ कसरत व व्यायाम भी उतने ही जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 10:00 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 06:10 AM (IST)
कोरोना को मात देने के लिए नियमित रूप से कसरत व व्यायाम जरूरी
कोरोना को मात देने के लिए नियमित रूप से कसरत व व्यायाम जरूरी

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नजफगढ़ में कैर गांव स्थित भगिनी निवेदिता कॉलेज में मंगलवार को कसरत व वजन प्रबंधन विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सउदी अरब में किग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स के फिजिकल एजुकेशन विभाग के प्रोफेसर डॉ. राकेश तोमर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इस दौरान कॉलेज की प्राचार्य डॉ. चारू शर्मा व संयोजक डॉ. ममता सहरावत भी उपस्थित रहे। वेबिनार में दिल्ली विश्वविद्यालय विभिन्न कॉलेज से प्रोफेसर और विद्यार्थियों ने भाग लिया।

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डॉ. राकेश ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि हमारी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। इसके लिए खान-पान के साथ कसरत व व्यायाम भी उतने ही जरूरी हैं। कसरत व व्यायाम करने से हम स्वस्थ रहते हैं, शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। नियमित रूप से व्यायाम करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होने के साथ ही कैलोरी भी तेजी से बर्न होती है और वजन नियंत्रण में रहता है। नियमित व्यायाम शरीर ही नहीं, बल्कि दिमाग को भी तेज रखने में उपयोगी साबित होता है। तनाव, सिर दर्द और अवसाद जैसी कई समस्याओं को नियमित व्यायाम की मदद से कम या ठीक किया जा सकता है। नियमित एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां तो स्वस्थ रहती ही हैं, साथ ही शरीर में खून का बहाव भी बेहतर ढंग से होता है। अगर आप रोज एक्सरसाइज करती हैं तो मस्तिष्क की कोशिकाओं को भी सक्रिय होने में काफी मदद मिलती है। उन्होंने बताया कि दुबले-पतले लोगों की मानसिकता होती है कि उन्हें कसरत की कोई जरूरत नहीं है, वे पहले से ही स्वस्थ हैं, पर ऐसा नहीं है। कसरत हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। ऐसा जरूरी नहीं है कि सुबह उठकर ही कसरत की जा सकती है। व्यस्त जीवनशैली के कारण कई लोगों के लिए यह संभव भी नहीं है। ऐसे में हमे जब और जहां मौका मिले, रोजाना 40 मिनट कसरत करनी चाहिए। जो लोग जिम जाते हैं, वे खुद को फिट या पतला करने के लिए तरह-तरह की दवा व पाउडर का सेवन करते हैं, जो सरासर गलत है। इसका शरीर पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हम साधारण व घर का बना भोजन खाकर खुद को ज्यादा फिट व स्वस्थ रख सकते है। हम कैलोरी का ध्यान रखें। निर्धारित कैलरी से अधिक का नियमित सेवन भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी को बढ़ा सकता है।

वेबिनार के दौरान कई प्रोफेसरों ने सवाल रखा कि उनकी उम्र 48 से अधिक है, ऐसे में दौड़ लगाना उनके घुटनों के लिए नुकसानदायक तो नहीं? इस पर डॉ. तोमर ने कहा कि बिल्कुल नहीं। दौड़ने से घुटने और मजबूत होते हैं।


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