राष्ट्रीय स्मृति स्थल के बाहर बना दिया अवैध बस अड्डा
ललित कौशिक, नई दिल्ली दिल्ली यातायात पुलिस और स्थानीय निकाय की शह पर विजय घाट स्थित राष्ट
ललित कौशिक, नई दिल्ली
दिल्ली यातायात पुलिस और स्थानीय निकाय की शह पर विजय घाट स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल के बाहर खाली जगह को अवैध बस अड्डा में तब्दील कर दिया गया है। यहां से रोजाना दूसरे राज्यों के लिए निजी बसें चलती हैं। यहां अवैध रूप से माल ढुलाई का काम भी हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि बिना किसी प्रकार का कर दिए लोग यहां से माल दूसरे राज्यों में ले जा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि यहां से चंद कदमों की दूरी पर ट्रैफिक सिग्नल पर पुलिसकर्मी भी मौजूद रहते हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्मृति स्थल के बाहर अवैध रूप से खड़ी होने वाली निजी बसों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
यहां से चलने वाली सभी निजी बसें उत्तर प्रदेश नंबर की हैं। यहां तकरीबन 10 से 15 की संख्या में बसें हर समय खड़ी दिखती हैं। यहां तक कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल के बाहर फुटपाथ पर भी निजी बसें खड़ी रहती हैं। सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक यहां उत्तर प्रदेश के मुरादनगर, मुरादाबाद, चंदौली, रामपुर, अमरोहा, झांसी सहित अन्य जगहों के लिए बस पकड़ने के लिए यात्रियों का जमघट लगा रहता है। इस स्मृति स्थल के आसपास यात्रियों को छोड़ने और माल ढुलाई के लिए ऑटो, ठेला, रिक्शे और ई-रिक्शों का जमघट लगा रहता है। इससे राजघाट की ओर सर्विस लेन से होकर जाने वाले वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एक निजी बस चालक से यहां अवैध रूप से बसें खड़ी करने के बारे में पूछने पर उसने कहा कि कार्रवाई कौन करेगा। यहां ले-देकर सबकुछ संभव है।
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मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अवैध रूप से चल रहीं बसों पर कार्रवाई की जाती है। उनका चालान काटा जाता है।
गरिमा भटनागर, संयुक्त आयुक्त, दिल्ली यातायात पुलिस