रिंग रेल सेवाः दिल्ली की AAP सरकार ने प्रभु का अदा किया शुक्रिया
दिल्ली के परिवहन मंत्री ने रेल बजट में जिस तरह रिंग रेल में दोबारा जान डालने का ऐलान किया, यह दिल्ली वालों के लिए बड़ी सौगात है। इसके लिए वह दिल्ली की जनता और सरकार की ओर से उनका धन्यवाद करते हैं।
नई दिल्ली। उपेक्षा का दंश ङोल रही रिंग रेल सेवा को दुरुस्त करने की दिशा में दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री गोपाल राय द्वारा गत दिसंबर माह में की गई कोशिश के बाद रेल बजट प्रस्तुत करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इसमें जान डालने का ऐलान किया, दिल्ली सरकार ने इसके लिए उन्हें शुक्रिया कहा है।
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बृहस्पतिवार शाम को दिल्ली सचिवालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी में प्रदूषण की समस्या और सार्वजनिक परिवहन सेवा को बेहतर बनाने की कोशिश के तहत गत 11 दिसंबर को उन्होंने रेलमंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात की थी, और उन्हें रिंग रेल को दोबारा चालू करने का निवेदन किया था।
जनवरी के पहले पखवाड़े में आयोजित सम-विषम फॉर्मूले के सफल होने के बाद गत 21 जनवरी को दोबारा रेलमंत्री को पत्र लिखकर रिंग रेल के संबंध में उन्हें अवगत कराया था। जिसके बाद गत 2 फरवरी को केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने सकारात्मक जवाब दिया था।
बृहस्पतिवार को रेल बजट में जिस तरह रिंग रेल में दोबारा जान डालने का ऐलान किया गया, यह दिल्ली वालों के लिए बड़ी सौगात है। इसके लिए वह दिल्ली की जनता और सरकार की ओर से उनका धन्यवाद करते हैं।
मालूम हो कि मुंबई वालों की लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल टेन की तर्ज पर दिल्ली में रिंग रेल सेवा को दुरुस्त कर दिया जाए तो राजधानी की लचर सार्वजनिक परिवहन सेवा को लेकर उठ रहे तमाम सवालों पर एक झटके में विराम लग जाएगा। रिंग रेल नेटवर्क पर टेनें तो दौड़ रही है, किराया भी सभी साधनों की तुलना में काफी कम हैं।
किफायती है रिंग रेल
रिंग रेल से सफर करने के लिए यात्रियों को दस रुपये खर्च करने पड़ते हैं। वहीं, इतनी दूरी के लिए मेट्रो से सफर करने के लिए यात्रियों को 30 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। डीटीसी के बस में भी ज्यादा किराया देना होता है। नॉन एसी बस का अधिकतम किराया 15 रुपये तथा एसी बस का अधिकतम किराया 25 रुपये है। बस बदलने पर किराया बढ़ जाता है।