समाज में जाति-संप्रदाय जैसी कुरीतियों का स्थान नहीं: तिवारी
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : जब सृष्टि का निर्माण हुआ था, तब जाति, पंथ संप्रदाय और क्षेत्रवाद
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : जब सृष्टि का निर्माण हुआ था, तब जाति, पंथ संप्रदाय और क्षेत्रवाद जैसी कुरीतियों के लिए कोई स्थान नहीं था। सभी धर्म के लोग सत्य सनातन के अनुयायी थे। अजीब विडंबना है कि जब इतना पुराना सनातन धर्म हमें उदीयमान प्राकृतिक व्यवस्था से जोड़ता है और प्रकाश की उपासना के लिए प्रेरित करता है, फिर आज हमारे समाज के कुछ भटके लोग रात 12 बजे घोर अंधेरे में नववर्ष मनाते हैं। ये बातें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने कही।
उन्होंने रविवार को वजीराबाद स्थित सूर्य घाट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर और यमुना तट पर दीप जलाकर नवरात्र के पहले दिन एवं नववर्ष का स्वागत किया। संस्कार भारती द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तिवारी ने आह्वान किया कि परंपरा समाज को जोड़ती है और जब समाज एकजुट होते हैं तो राष्ट्र की स्थापना होती है। इसलिए सभी को भारतीय नववर्ष ही मनाना चाहिए।
इसके बाद उन्होंने करतार नगर में ओबीसी मोर्चा की ओर से नववर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. यूके चौधरी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में तिवारी ने सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विधायक जगदीश प्रधान, पार्षद राजकुमार बल्लन, प्रमोद गुप्ता, मास्टर सत्यपाल ¨सह, सुमनलता नागर, विश्व ¨हदू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय, संत महामंडल के पदाधिकारी महेंद्र नवल किशोर दास, जिलाध्यक्ष कैलाश जैन, भंवर ¨सह, भाजपा नेता आनंद त्रिवेदी, सचिन गुर्जर, कपिल नागर, शशि शेखर, नितिन, विपिन, डॉ. बादल हरेंद्र भी मौजूद रहे।