Delhi News: 30 करोड़ की धोखाधड़ी में पूर्व कार्यकारी निदेशक गिरफ्तार, बेटे को अमेरिका ब्रांच का बनवाया था मैनेजर
Delhi News 2010 में सीगल ने अपनी एक ब्रांच अमेरिका में भी शुरू की। अजय खेड़ा सीगल में कानूनी सलाहकार था। अचानक 2018 के बाद कंपनी का व्यापार कम होता गया। इसके बाद 2021 तक कंपनी घाटे में पहुंच गई।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। एक निजी कंपनी से 30 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपित पूर्व कार्यकारी निदेशक को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम अजय खेड़ा है। इसने कंपनी में कानूनी सलाहकार के रूप में काम करने के दौरान अपने बेटे को अमेरिका स्थित ब्रांच का मैनेजर बनवा दिया था और बाद में दो अन्य कंपनियों की मदद से पैसे कंपनी के 30 करोड़ रुपये गवन कर गया था।
धोखाधड़ी के बाद अजय और उसके बेटे सिद्धार्थ खेड़ा ने कंपनी से इस्तीफा भी दे दिया था। साथ ही सबूत मिटाने की नियत से आरोपितों ने कंपनी के कंप्यूटर की हार्डडिस्क भी बदलवा दी थी। आर्थिक अपराध शाखा के विशेष आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के मुताबिक सीगल मैरीटाइम एजेंसीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से 30 करोड़ रुपये धोखाधड़ी की इसी साल 27 जनवरी को शिकायत दी गई थी।
शिकायत में बताया गया था कि कंपनी का काम विदेशों से सामान लाने और ले जाने का है। 2010 में सीगल ने अपनी एक ब्रांच अमेरिका में भी शुरू की। अजय खेड़ा सीगल में कानूनी सलाहकार था। अचानक 2018 के बाद कंपनी का व्यापार कम होता गया। इसके बाद 2021 तक कंपनी घाटे में पहुंच गई।
इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि कंपनी को मिलने वाला व्यापार दो अन्य कंपनियों को मिल रहा है। जिनकी देखभाल अजय खेड़ा कर रहा है। संयुक्त आयुक्त छाया शर्मा के नेतृत्व में जांच के बाद पुलिस की टीम ने 22 सितंबर को आरोपित को उसके घर से दबोच लिया। अजय खेड़ा ने बताया कि वह सार्वजनिक उपक्रम की कंपनी से कार्यकारी निदेशक के पद से रिटायर हुआ था। उसने वीआरएस ले लिया था।