संशोधित::::शाहीन बाग में धरने की तैयारियों पर पुलिस ने फेरा पानी
शाहीन बाग 2.0 की तैयारियों पर पुलिस ने फेरा पानी
अरविद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली
लॉकडाउन में ढील मिलते ही शाहीन बाग में एक बार फिर से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में धरना-प्रदर्शन की तैयारी शुरू हो गई है। कोरोना संकट से जूझ रही पुलिस शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों की इस गुपचुप तैयारी की सूचना पर तुरंत हरकत में आई और बुधवार सुबह इलाके में भारी संख्या में पुलिस व अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव, दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा व सहायक पुलिस उपायुक्त कुमार ज्ञानेश आदि मौके पर पहुंचे। देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने यहां तैनात पुलिसकर्मियों को जरूरी दिशानिर्देश दिए। कई दिनों से गुपचुप चल रही थी मीटिग
सूत्रों के अनुसार, लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद आंदोलन से जुड़े लोग पिछले चार-पांच दिनों से घरों पर बैठक कर रहे हैं। लोगों को फोन-मैसेज व सोशल मीडिया के जरिये दोबारा धरने में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे ही कुछ मैसेज पुलिस के हाथ लगने व खुफिया रिपोर्ट के आधार पर बुधवार को यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई। दरअसल, मीटिग के जरिये प्रदर्शन से जुड़े लोग लोगों का मन भांप रहे हैं कि दोबारा धरना शुरू करें तो समर्थन मिलेगा कि नहीं। अभी भी यहां पर कुछ प्रदर्शनकारी रोजाना जुटते हैं, लेकिन वे सड़क पर नहीं बैठे हैं। धरने की पल-पल सूचना देने वाला ट्विटर हैंडल मार्च से ही खामोश है। इस दौरान इसके फॉलोअर्स बढ़ते गए। पुलिस को चकमा देने के लिए इन्होंने व्यक्तिगत रूप से और वाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से संपर्क किया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया पर पुलिस तैनात
सीएए व एनआरसी के विरोध में पिछले साल 13 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया से ही धरना-प्रदर्शन शुरू हुआ था। इसलिए पुलिस ने एहतियात के तौर पर यहां भी सुरक्षा बढ़ा दी है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर सात, सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन के नीचे और होली फैमिली अस्पताल कट पर भारी संख्या में पुलिस व सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। आठ जून के बाद भीड़ जुटने की आशंका
अनलॉक-1 के तहत अभी तो सभी मस्जिदें बंद हैं। लेकिन आठ जून के बाद मस्जिदें खुल जाने के बाद धरना दोबारा शुरू होने की आशंका बढ़ जाएगी। पुलिस को आशंका है कि मस्जिदें खुल जाने के बाद जुमे की नमाज में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे। ऐसे में लोगों को धरने में शामिल होने की अपील की जा सकती है। 10 दिन पहले मिली थी रिपोर्ट
पुलिस के खुफिया विभाग ने वरिष्ठ अधिकारियों को 10 दिन पहले ही इस बारे में जानकारी दी थी कि सीएए-एनआरसी के विरोध में धरना-प्रदर्शन के जरिये माहौल खराब करने की साजिश की जा रही है। इसलिए पुलिस पहले से ही अलर्ट मोड में थी।