शोपीस बने मेट्रो स्टेशनों के पुलिस बूथ, रहता है सन्नाटा
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : यात्रियों की मदद के लिए एक साल पहले मेट्रो स्टेशन पर ही पु
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :
यात्रियों की मदद के लिए एक साल पहले मेट्रो स्टेशन पर ही पुलिस बूथ का निर्माण किया गया था, लेकिन अब इन पर सन्नाटा ही रहता है। यहां अब एक भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आता है। लाखों रुपये खर्च कर तैयार किए गए केबिन का अब कोई प्रयोग नहीं हो रहा है। पूछने पर अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि मेट्रो पुलिस पहले से ही कर्मियों की कमी से जूझ रही है।
बात चाहे द्वारका सेक्टर-10 की हो या उत्तम नगर मेट्रो स्टेशन की। सब जगह स्थिति समान बनी हुई है। यहां बने बूथ अब केवल देखने भर के लिए ही रह गए हैं। इन्हें बनाने का उद्देश्य यह था कि आपराधिक वारदात की शिकायत करने या कोई अन्य जरूरत पड़ने पर कहीं दूर न भागना पड़े। पहले यात्रियों को राजा गार्डन जाना पड़ता था। द्वारका सेक्टर-21 से लेकर कीर्तिनगर तक के लिए केवल राजा गार्डन ही एकमात्र थाना था। ऐसे में पुलिस पोस्ट बनाकर इस बात की कोशिश की गई कि यात्री थाने के बजाय पोस्ट में ही लोगों की समस्या का हल हो जाए, लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक अभी मेट्रो थानों में जरूरत की तुलना में काफी कम कर्मचारी हैं। एक थाना 12 कर्मचारियों से चलाया जा रहा है। राजा गार्डन थाने की ही बात करें तो इसके अंतर्गत 12 स्टेशन आते हैं। ऐसे में इस थाने में जरूरत 30 कर्मचारियों की है। ऐसे में इतने कम स्टाफ से पूरा कार्य लेना संभव नहीं है। अधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से प्रयास जारी है।