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कोठे पर धंधे को मजबूर हुई किशारी, पकड़ा गया गिरोह

दिल्‍ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो किशोरियों को अच्‍छी नौकरी का सपना दिखा कर उसे कोठे पर बेच देता था। इसी गिराेह के एक सदस्‍य ने अच्छी नौकरी का झांसा देकर पहले एक किशोरी को गाजियाबाद स्थित अपने घर ले गया और 12 दिसंबर को एक

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2015 11:01 AM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2015 02:32 PM (IST)
कोठे पर धंधे को मजबूर हुई किशारी, पकड़ा गया गिरोह

नई दिल्ली । दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो किशोरियों को अच्छी नौकरी का सपना दिखा कर उसे कोठे पर बेच देता था। इसी गिराेह के एक सदस्य ने अच्छी नौकरी का झांसा देकर पहले एक किशोरी को गाजियाबाद स्थित अपने घर ले गया और 12 दिसंबर को एक पार्क में ले जाकर उसे वेश्यावृत्ति के लिए राधे गुप्ता को बेच दिया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर नाबालिग को मुक्त करा लिया। तफ्तीश में पता चला कि यह गिरोह दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर सक्रिय था।

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दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मानव तस्करी के एक रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में अफरोज आलम और राधे कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी नौकरी की तलाश में दिल्ली आने वाली किशोरियों का अपहरण कर लेते थे। बाद में रुपये लेकर उन्हें लोगों अथवा कोठे पर बेच देता था।

पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्त से उत्तर प्रदेश निवासी 16 वर्षीय किशोरी को आजाद कराया है। पुलिस आरोपियों से गिरोह के बारे में जानकारी जुटाने में जुटी है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी अपराध शाखा ने नौकरी की तलाश में दिल्ली आई लड़कियों को अगवा करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में गिरोह के मुखिया सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

इस गिरोह के सदस्य झारखंड व पश्चिम बंगाल से नौकरी की तलाश में नई दिल्ली व पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आई लड़कियों को जाल में फंसाकर उसका अपहरण कर लेते थे। बाद में 40 से 60 हजार रुपये लेकर वे उन्हें शादी के लिए लोगों को बेच देते थे। अपराध शाखा के एडिशनल कमिश्नर आलोक कुमार ने बताया कि ताजा मामले में पुलिस को पता चला था कि मानव तस्करी करने वाले सराय काले खां बस अड्डे के पास आने वाले हैैं।

इसकी जानकारी के बाद डीसीपी भीष्म सिंह की टीम ने राधे कुमार गुप्ता और अफरोज अहमद को धर दबोचा। उनके साथ एक नाबालिग भी थी। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि वह नौकरी की तलाश में 10 दिसंबर को दिल्ली आई थी। इस दौरान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उसकी मुलाकात अफरोज अहमद से हुई थी।

तफ्तीश में पता चला कि यह गिरोह दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर सक्रिय था। गिरोह के सदस्य नौकरी की तलाश में पश्चिम बंगाल, झारखंड व उत्तर प्रदेश से दिल्ली आने वाली लड़कियों पर नजर रखते थे। जाल में फंसी लड़कियों को अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देते और बाद में उन्हें लोगों अथवा रेड लाइट एरिया जीबी रोड के कोठे पर बेच देते थे। आरोपी कई लड़कियों को बेच चुके हैैं। आरोपियों की बेची गई लड़कियों के संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।


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