सामाजिक संगठनों ने पौधरोपण कर अभियान में निभाई भागीदारी
पर्यावरण संरक्षण को लेकर दैनिक जागरण की ओर से शुरु किया पेड़ लगाएं, वृक्ष बचाएं अभियान अब जोर पकड़ने लगा है। ऐसे में अभियान के तीसरे दिन रविवार को उत्तरी - बाहरी दिल्ली इलाके में कई सामाजिक संगठनों ने इसमें भागीदारी निभाई और पार्कों, सड़कों के किनारे व डिवाइडरों पर तीन सौ से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को हरा भरा रखने में अहम योगदान किया। इस कड़ी में भगवान दास निर्मला देवी चैरिटेबल ट्रस्ट, इंडियन स्ट्रोक व पैरालिसिस फाउंडेशन, आयुष संस्कृति संस्था के सहयोग से प्रशांत विहार, सरस्वती विहार और पीतमपुरा इलाके के कई पार्कों में पौधरोपण किए गए। सुबह नौ बजे से शुरु हुए इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न पार्कों में दो सौ से अधिक पौधे लगाए गए और इन संस्थाओं के पदाधिकारियों ने लगाए गए पौधे की नियमित देखभाल करने का संकल्प भी लिया। उन्होंने पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने वाले दैनिक जागरण के अभियान की सराहना की और इसे सामूहिक प्रयास से सफल बनाने की बात कही।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली :
पर्यावरण संरक्षण को लेकर दैनिक जागरण की ओर से शुरू किया 'पेड़ लगाएं, वृक्ष बचाएं' अभियान अब जोर पकड़ने लगा है। ऐसे में अभियान के तीसरे दिन रविवार को उत्तरी-बाहरी दिल्ली इलाके में कई सामाजिक संगठनों ने इसमें भागीदारी निभाई और पार्को, सड़कों के किनारे व डिवाइडरों पर तीन सौ से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को हरा-भरा रखने में अहम योगदान किया।
इस कड़ी में भगवान दास निर्मला देवी चेरिटेबल ट्रस्ट, इंडियन स्ट्रोक व पैरालिसिस फाउंडेशन, आयुष संस्कृति संस्था के सहयोग से प्रशांत विहार, सरस्वती विहार और पीतमपुरा इलाके के कई पार्को में पौधरोपण किए गए। सुबह 9 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न पार्को में 200 से अधिक पौधे लगाए गए और इन संस्थाओं के पदाधिकारियों ने लगाए गए पौधे की नियमित देखभाल करने का संकल्प भी लिया। उन्होंने पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने वाले दैनिक जागरण के अभियान की सराहना की और इसे सामूहिक प्रयास से सफल बनाने की बात कही।
इस अवसर पर इंडियन स्ट्रोक व पैरालिसिस फाउंडेशन के महासचिव डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति ही समाज के विकास में योगदान कर सकता है, लेकिन दिल्ली जैसे शहरों में प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के चलते दिनोदिन हरियाली नष्ट होती जा रही है। वाहनों की बढ़ती संख्या, बड़े पैमाने पर चलने वाले निर्माण कार्य, कूड़ा निस्तारण की समस्या आदि कारण वायु, जल प्रदूषण की वजहें बन रही हैं। भवन निर्माण के साथ विकास योजनाओं को लेकर हरे-भरे पेड़ काटे जा रहे हैं। यमुना नदी में नालियों का कूड़ा कचरा गिराया जा रहा है। ऐसे में न तो हमें ताजी हवा मिल पा रही है और न ही स्वच्छ पानी ही मयस्सर हो रहा है। ऐसी स्थिति में जागरण का यह अभियान बहुत मायने रखता है। वहीं इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपी की दिल्ली शाखा के अध्यक्ष डॉ.धरम पांडेय ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने में पौधरोपण अभियान ही कारगर उपाय है। ऐसे में हर शख्स को अपने जीवन में कम से कम पांच पौधे लगाने चाहिए। कार्यक्रम में कुलभूषण गुप्ता, र¨वदर कनोडिया, डॉ दे¨वदर गौड़, डॉ. सतीश, ईश्वर चंद मित्तल, ओम प्रकाश गुप्ता, विष्णु कनोडिया, भारत विकास परिषद पंचदीप शाखा अध्यक्ष राम रतन शर्मा समेत विभिन्न आरडब्ल्यूए के लोगों ने भागीदारी निभाई। संस्थाओं की ओर से पौधरोपण कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा। इसके तहत दो हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।