आज हो सकती है पेट्रोल-डीजल की किल्लत
-दिल्ली सरकार द्वारा वैट कटौती न करने के विरोध में बंद रहेंगे 400 से अधिक पेट्रोल पंप - दिल्
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
राष्ट्रीय राजधानी में आज वाहन चालकों को पेट्रोल-डीजल संकट का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रो पदार्थो पर वैट शुल्क में कटौती न करने के फैसले के विरोध में पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल की घोषणा की है। इस कारण सोमवार को दिल्ली के 400 से अधिक पेट्रोल पंप 24 घंटे के लिए बंद रहेंगे। 22 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से 23 अक्टूबर की सुबह 5 बजे तक यह बंदी रहेगी।
पेट्रोल पंप संचालकों का दावा है कि वैट कटौती न करने से उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्योंकि पड़ोसी राज्यों की सरकारों द्वारा वैट कटौती से वहां पेट्रोल व डीजल के दाम दिल्ली से कम हो गए हैं। इस कारण उनका कारोबार पड़ोसी राज्यों में स्थानांतरित हो रहा है।
5 अक्टूबर को केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती व पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा राहत देने के बाद जहां पेट्रोल-डीजल के दाम में 2.5 रुपये कम हुए। वहीं भाजपा शासित राज्यों ने भी वैट 2.5 रुपये घटा दिए, जिससे दिल्ली व पड़ोसी राज्यों हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम दिल्ली से कम हो गए हैं। दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) के मुताबिक इस कारण दिल्ली में पेट्रोल की बिक्री में 20 व डीजल की बिक्री 30 फीसद से अधिक घट गई है। इसके पहले डीपीडीए ने दिल्ली सरकार से वैट में कटौती का आग्रह किया था। उसने सरकार से पेट्रो पदार्थो पर पुराना वैट दर बहाल करने की मांग की है। हालांकि, सरकार ने मांगों को अब तक ज्यादा तवज्जो नहीं दी है।
डीपीडीए के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा कि शीला दीक्षित सरकार में पेट्रोल पर वैट 20 फीसद व डीजल पर 12.50 फीसद था, जिसे मौजूदा सरकार ने बढ़ाकर क्रमश: 27 व 16.75 फीसद कर दिया है। अभी दिल्ली सरकार पेट्रोल से 17.56 रुपये व डीजल से 10.76 रुपये प्रति लीटर वैट वसूल रही है। उन्होंने कहा कि हड़ताल के बाद भी अगर सरकार सकारात्मक रुख नहीं दिखाती तो पेट्रोल पंप संचालकों की बैठक कर अगले आंदोलन का फैसला लिया जाएगा।